पंजाब में हाल ही में हुए नेतृत्व परिवर्तन के बाद पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू पर कई गंभीर आरोप लगाए। कैप्टन के आरोपों को लेकर बीजेपी लगातार कांग्रेस पर हमलवार है। वहीं कांग्रेस नेता हरीश रावत द्वारा सिद्धू को समर्थन और पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा को पंजाबी भाई बताए जाने पर बीजेपी की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है। बीजेपी ने कहा कि बाजवा को भाई बताकर कांग्रेस गैर जिम्मेदाराना स्तर तक गिर गई है।
हरीश रावत के ट्वीट पर बीजेपी नेता और केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि जब दुनिया वैश्विक आतंकवाद के खतरे से घिरी हुई है, एक राजनीतिक दल के लिए एक संगठन के प्रमुख को किसी अन्य संगठन के भाई की तुलना में अधिक निर्दोष पीड़ितों के मारे जाने के लिए जिम्मेदार कहा जाता है, तो मैं इसे आपके ऊपर यह विचार करने के लिए छोड़ता हूं कि यह कितना समझदार है। उन्होंने कहा कि बाजवा को भाई बताकर कांग्रेस गैर जिम्मेदाराना स्तर तक गिर गई है।
#भाजपा के नेता इस तथ्य से परिचित हैं कि विभाजन के बाद जो हिस्सा #पाकिस्तान में रह गया पंजाब का, उसे भी पंजाब ही कहा जाता है और वहां रहने वालों को पंजाबी ही कहा जाता है। श्री #सिद्धू यदि दूसरे पंजाबी व्यक्ति से जो पाकिस्तान का जनरल है, उससे गले मिले तो वो एक…. 1/2 pic.twitter.com/l78lFBVycp
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) September 22, 2021
दरअसल, हरीश रावत ने ट्वीट कर बीजेपी के प्रांतीय और केंद्रीय नेतृत्व से सवाल किया है कि आज उन्हें इमरान खान के साथ नवजोत सिंह सिद्धू की दोस्ती से दिक्कत है क्योंकि नवजोत सिंह सिद्धू अब कांग्रेस में हैं। लेकिन जब सिद्धू बीजेपी के सांसद थे, जब बीजेपी उनको पंजाब में अपना खेवनहार मानती थी। उस समय तो सिद्धू की इमरान खान से और प्रगाढ़ मित्रता थी।
रावत ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि मोदी जी यदि नवाज शरीफ से गले लगते हैं और उनके घर जाकर बिरयानी खाते हैं तो उसमें देश का काम है। यदि कोई व्यक्ति अपने धार्मिक तीर्थ स्थल करतारपुर साहिब के रास्ता खोलने के लिए धन्यवाद देते हुए अपने दूसरे पंजाबी प्रा और पाकिस्तान के आर्मी के जनरल से गले मिलता है तो उसमें देशद्रोह? यह कैसा डबल स्टैंडर्ड है, बीजेपी जरा इसको समझे।