देशभर में 1 हजार से अधिक लोगों के कथित धर्म परिवर्तन के मामले में 3 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सोमवार को गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान मन्नू यादव उर्फ अब्दुल मन्नान, इरफान शेख और राहुल भोला के रूप में हुई है। यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार के मुताबिक, जांच के दौरान पता चला कि कथित धर्म परिवर्तन के लिए फंडिंग विदेश से आ रही थी। उन्होंने कहा कि खातों में करीब 1.70 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए हैं।
एडीजी ने कहा कि यह पैसा 2010 से जून 2021 के बीच आया है। कैश और चेक के जरिए खातों में पैसा ट्रांसफर किया गया है। दुबई, कतर, जेद्दा और अबू धाबी के खातों में 50 लाख रुपये जमा किए गए हैं। उन्होंने कहा, धर्मांतरण मामले में तीन धर्मगुरुओं की भूमिका संदिग्ध पाई गई। आतंकवाद निरोधी दस्ता उनसे पूछताछ कर रहा है। जांच के दौरान, यह पाया गया कि इनमें से एक नेता मोहम्मद उमर गौतम के संपर्क में भी था, जिसे पहले गिरफ्तार किया गया था और वह जेल में बंद है। मोहम्मद उमर इस धर्मगुरु को कई बार अपने साथ हलीम मुस्लिम कॉलेज ले गया था, जहां छात्रों का ब्रेनवॉश किया गया था।
तीनों नेताओं पर नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन आयोजित करने के लिए धन इकट्ठा करने का भी आरोप है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि धर्म परिवर्तन के मामले में गिरफ्तार उमर गौतम और जहांगीर आलम से अभी पूछताछ जारी है। एडीजी ने कहा, उमर का नेटवर्क पूरे देश के 24 राज्यों में फैले होने का दावा किया जा रहा है। इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को मामले की पूरी जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।