कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच उत्तर प्रदेश के आगरा में पारस अस्पताल में ऑक्सीजन मॉक ड्रिल के दौरान मरीजों की मौत होने का आरोप लगा था। अस्पताल के मालिक का एक ऑडियो वायरल हुआ था। जिसमें वो कहते है कि 27 अप्रैल को उन्होंने पांच मिनट के लिए ऑक्सीजन सप्लाई बंद कर दी थी।
जिसके बाद इस मामले के टूल पकड़ने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने जांच के आदेश दिए थे। इस मामले अब डेथ ऑडिट कमेटी की रिपोर्ट सामने आई है। जिसमें कमेटी ने ऑक्सीजन सप्लाई रोकने की वजह से 22 लोगों की मौत की बात से साफ इनकार कर दिया है।
विडंबना देखिए
खबरों के अनुसार आगरा में अस्पताल ने मरीजों की ऑक्सीजन बंद करके “मॉकड्रिल” की और भाजपा सरकार ने क्लीन चिट देकर इंक्वायरी की “मॉकड्रिल” कर दी।
सरकार और अस्पताल: दोनों का रास्ता साफ।
मरीजों के परिजनों की गुहार को अनसुना कर सरकार ने न्याय की उम्मीद को तोड़ दिया। pic.twitter.com/TRT2gqNdJx
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 19, 2021
कमेटी ने कहा मॉक ड्रिल के लिए किसी भी मरीज की ऑक्सीजन सप्लाई को बंद नहीं किया गया था। इस बात का कोई भी सबूत नहीं मिला है। वहीं जांच कमेटी द्वारा पारस अस्पताल को क्लीन चिट दिए जाने पर सवाल उठ रहे हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने शनिवार को आरोप लगाया कि ऑक्सीजन की अस्पताल को क्लीन चिट देकर योगी सरकार ने मरीजों के परिजन की गुहार को अनसुना कर दिया और न्याय की उम्मीद खत्म कर दी।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘विडंबना देखिए। खबरों के अनुसार, आगरा में अस्पताल ने मरीजों की ऑक्सीजन बंद करके मॉकड्रिल की और भाजपा सरकार ने क्लीन चिट देकर जांच की मॉक ड्रिल कर दी। सरकार और अस्पताल: दोनों का रास्ता साफ।’’ कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी ने आरोप लगाया कि मरीजों के परिजनों की गुहार को अनसुना कर सरकार ने न्याय की उम्मीद को तोड़ दिया।