लखीमपुर हिंसा: हिरासत में लिए गए अखिलेश, बोले- हिटलरशाही रवैया से लोकतंत्र को कुचलना चाहती है सरकार - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

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लखीमपुर हिंसा: हिरासत में लिए गए अखिलेश, बोले- हिटलरशाही रवैया से लोकतंत्र को कुचलना चाहती है सरकार

लखीमपुर की घटना के बाद उत्तर प्रदेश में आये सियासी उबाल के बीच समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव को हिंसाग्रस्त जिले जाने से रोक दिया गया जिसके विरोध में सपा मुखिया अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गये।

लखीमपुर की घटना के बाद उत्तर प्रदेश में आये सियासी उबाल के बीच समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव को हिंसाग्रस्त जिले जाने से रोक दिया गया जिसके विरोध में सपा मुखिया अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गये। उधर, सपा के सैकड़ों समर्थकों और पुलिस के बीच जमकर नोकझोंक और धक्कामुक्की हुयी। इस बीच गौतमपल्ली थाने के पास कुछ अराजक तत्वों ने एक पुलिस वाहन को आग के हवाले कर दिया।
अखिलेश यादव को भी हिरासत में ले लिया गया
वहीं धरने पर बैठे अखिलेश यादव को भी हिरासत में ले लिया गया है। उनको लखीमपुर खीरी जाने से पुलिस ने रोका था। इसके बाद वह धरने पर बैठ गए थे जिसके बाद अब पुलिस ने उनको हिरासत में ले लिया है। वहीं इससे पहले कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को सीतापुर में हिरासत में लिया गया था। सपा समर्थक लखनऊ की उस सड़क पर लेट गए हैं जिससे अखिलेश यादव को पुलिस लेकर जा रही है।
निर्दोष किसानो की हत्या के लिये केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र और उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य जिम्मेदार
सपा पार्टी महासचिव प्रो रामगोपाल यादव और सैकड़ों समर्थकों के साथ धरने पर बैठे अखिलेश  ने कहा कि लखीमपुर में निर्दोष किसानो की हत्या के लिये केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र और सूबे के उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य जिम्मेदार है, इसलिये उन्हे तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिये। उन्होने मृतक किसानों के परिजनों को दो करोड़ रूपये मुआवजा देने की भी मांग की।
लखीमपुर की घटना सरकार की अतिवादिता की पराकाष्ठा
उन्होने कहा कि लखीमपुर की घटना सरकार की अतिवादिता की पराकाष्ठा है। सरकार हिटलरशाही रवैया अपना कर लोकतंत्र को कुचलना चाहती है। कोई भी अधिकारी यह बताने को तैयार नहीं है कि उन्हे लखीमपुर जाने से क्यों रोका जा रहा है। लोकतंत्र में हर नेता को आम आदमी और किसान के दुखदर्द साझा करने का अधिकार है और ऐसा करने से उन्हे रोका जा रहा है। उनके आवास के बाहर ईट लदा एक ट्रक खड़ा कर दिया।
सरकार के रवैये के खिलाफ SP पार्टी पुरजोर विरोध करेगी
उन्हे आवास से बाहर निकलने से रोकने के लिये बड़ी तादाद में पुलिस बल की तैनाती की गयी। उन्होने कहा कि सरकार के रवैये के खिलाफ उनकी पार्टी पुरजोर विरोध करेगी। सरकार पुलिस के दम पर आम जनता की आवाज को दबा नहीं सकती। सरकार को इसका खामियाजा उठाना पड़गा।

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