विधानसभा चुनावों में मिली हार के बाद भतीजे अखिलेश और चाचा शिवपाल के बीच दूरियां किसी से छुपी नहीं है। दोनों ही नेता प्रत्यक्ष तौर पर एक-दूसरे के खिलाफ बोलने से बच रहे हैं। ऐसा ही मौका उस वक़्त आया जब कन्नौज मौजूद समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव से प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के प्रमुख शिवपाल यादव से जुड़ा सवाल पूछा गया।
दरअसल, शिवपाल यादव के बीजेपी में जाने की अटकलें तेज हैं। हाल ही में उन्होंने मोदी-योगी की तारीफ कर इन इन अटकलों को हवा दी थी, लेकिन उन्होंने अपने किसी भी कदम को लेकर समय आने पर खुलासा करने की बात कही थी।बुधवार को जब अखिलेश से इस सम्बन्ध में सवाल किया गया तो उन्होंने कुछ भी कहने के बजाए चुप्पी साध ली। वहीं उन्होंने बीजेपी पर जमकर हमला बोला।
‘लोकतंत्र’ की ‘सीरियल किलर’ है बीजेपी
सपा प्रमुख ने भगवा दल को लोकतंत्र का ‘सीरियल किलर’ बताते हुए कहा कि हर चुनाव में अफसरों को साथ लेकर बीजेपी लोकतंत्र की हत्या कर रही है। उन्होंने पुलिस प्रशासन का साथ लेकर एमएलसी चुनाव में भी सपा के उम्मीदवारों को रोकने का आरोप लगाया। कानपुर लॉकर मामले में भी बीजेपी पर हमला बोलते हुए अखिलेश ने कहा कि अभी तक ब्याज लूटा जा रहा था और अब लॉकर लूट रहे हैं। अब हर जिले में बैंक लॉकर से लूट होगी।
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गौरतलब है कि 2017 विधानसभा चुनाव से पहले सपा छोड़कर अलग पार्टी बनाने वाले प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के प्रमुख और चाचा शिवपाल यादव 2022 विधानसभा चुनाव से पहले अखिलेश यादव से जुड़ गए थे। लेकिन हार मिलने के बाद से एक बार फिर मुलायम सिंह यादव के कुनबे की लड़ाई सड़क पर आ गई।