उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दीया जलाने के सुझाव पर तंज कसते हुए कहा की स्वास्थ्यकर्मियों के लिए पीपीई का अभाव और अपर्याप्त टेस्ट किट असली चुनौती है, जिसका सामना देश कर रहा है।
अखिलेश ने ट्वीट कर कहा, “लोगों के लिए पर्याप्त टेस्ट किट नहीं। स्वास्थ्यकर्मियों के लिए पर्याप्त निजी सुरक्षा उपकरण नहीं। गरीबों को खिलाने के लिए पर्याप्त भोजन नहीं। ये आज की असली चुनौतियां हैं।”
Not enough testing kits for people. Not enough Personal Protective Equipment for health care workers. Not enough meals to feed the poor.
These are the real challenges today.
सोचो अंदर की रोशनी बुझाकर
कौन पा सका है बाहर के उजाले— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 5, 2020
उन्होंने कहा, “सोचो अंदर की रोशनी बुझाकर, कौन पा सका है बाहर के उजाले।” देशभर में 50 से अधिक डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव निकले हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से रविवार को रात 9 बजे नौ मिनट के लिए घरों में लाइट बंद करके इसके बजाय दीया, मोमबत्तियां, सेलफोन की फ्लैश लाइट जलाने को कहा है। इस बीच विभिन्न राज्यों के बिजली विभाग ने लोगों से अपील की है सिर्फ लाइटें बंद करें। फ्रिज, एसी और पंखा चलाते रहें।
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने 9 मिनट तक घरों की केवल लाइट ऑफ करने का अनुरोध किया है। स्ट्रीट लाइट्स, घरों के पंखे, फ्रिज, एसी ,कम्प्यूटर, टीवी ऑफ करने को नहीं कहा गया है। इसके अलावा अस्पताल, आवश्यक सेवाओं से संबंधित पब्लिक यूटिलिटीज, पुलिस स्टेशन, कार्यालय आदि में लाइट्स ऑन रहेंगी।