अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले उत्तर प्रदेश में हालात सामान्य रखने के लिए कड़ी चौकसी बरती जा रही है। राज्य में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और सोशल मीडिया पर खास नजर रखी जा रही है। अयोध्या में विवादित जमीन पर मालिकाना हक संबंधी मुकदमे में सुप्रीम कोर्ट की पीठ शनिवार पूर्वाह्न 10:30 बजे अपना फैसला सुनाएगी। हालात को सामान्य रखने के लिए प्रशासन ने कड़े बंदोबस्त किए हैं।
अयोध्या को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। वहीं, आसपास के इलाकों में अवरोधक लगाए गए हैं। इसके अलावा लोगों से शांति की दरख्वास्त करने के लिए धर्म गुरुओं की मदद ली गई है।
अयोध्या फैसले के मद्देनजर उप्र के शहरों में इंटरनेट सेवाएं बंद
अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के पहले ऐहतियात के तौर पर उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ और आगरा में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। यह सेवा मध्यरात्रि के तुरंत बाद बंद कर दी गई। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओ.पी. सिंह ने कहा कि स्थिति सांप्रदायिक व संवेदनशील होने के मद्देनजर और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए अन्य जिलों में भी इंटरनेट सेवा बंद किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, “हमारे सोशल मीडिया सेल इंटरनेट पर उन 673 लोगों पर लगातार नजर रख रहे हैं जिनकी पोस्ट या टिप्पणियां परेशानी का सबब बन सकती हैं। हमारे पुलिसकर्मियों ने जिले, पुलिस स्टेशन और स्थानीय स्तर पर संभावित खतरों और हॉटस्पॉट की पहचान की है। हमने कानून व्यवस्था सबनाए रखने के लिए 31 संवेदनशील जिलों की पहचान की जैसे-आगरा अलीगढ़, मेरठ, मुरादाबाद, लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर और अन्य।”
अदालत के निर्णय को हार जीत के साथ जोड़कर ना देखें : योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के लोगों से अपील की है कि वह अदालत के निर्णय को हार जीत के साथ जोड़कर ना देखें। उन्होंने कहा कि यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि प्रदेश में शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण वातावरण को हर हाल में बनाए रखा जाए।
योगी ने यह भी कहा है कि प्रशासन सभी की सुरक्षा और प्रदेश की कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। अगर कोई व्यक्ति कानून के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच, गृह विभाग के प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि अयोध्या मामले पर शनिवार को आने वाले फैसले के मद्देनजर बेहद कड़ी चौकसी बरती जा रही है और कहीं कोई गड़बड़ी नहीं होने दी जाएगी। जो भी व्यक्ति किसी भी तरह की हिमाकत करेगा, उसके खिलाफ बहुत सख्त कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा, “हमारी 100 प्रतिशत तैयारी है। पूरे प्रदेश में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। जोनल और सेक्टर स्कीम पूरे प्रदेश में लागू कर दी गई है। सभी जगह पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मुस्तैद हैं। मेरी अपील है कि सभी लोग शांति बनाए रखें। किसी भी तरह की कोई कठिनाई नहीं होगी। सभी लोग इसमें सहयोग दें।”
उन्होंने दावा किया कि कहीं भी किसी तरह की अफरा-तफरी की स्थिति नहीं है। किसी भी तरह की अनावश्यक कठिनाई नहीं आएगी और फैसला आने के बाद हालात बिल्कुल सामान्य रहेंगे। अवस्थी ने कहा कि सोशल मीडिया पर खास तौर पर नजर रखी जा रही और अफवाह तथा भड़काऊ सामग्री पोस्ट करने के आरोपों में अब तक 71 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक आज, अयोध्या समेत इन मामलों पर होगी चर्चा
अयोध्या मामले पर आने वाले निर्णय को लेकर किसी भी तरह की आशंका पालने की जरूरत नहीं है। सरकार यह विश्वास दिलाती है कि कहीं कोई गड़बड़ी नहीं होने दी जाएगी। अवस्थी ने कहा कि सभी जिलों में जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अफसरों ने विभिन्न धर्म गुरुओं से शांति व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग देने की अपील की है। धर्मगुरुओं ने खुद भी पहल करते हुए समाज के विभिन्न वर्गों से उच्चतम न्यायालय के फैसले को पूरा सम्मान देने की अपील की है।