बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में सीबीआई की विशेष अदालत 30 सितंबर को अपना अंतिम फैसला सुनाएगी। इस बीच बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने कोर्ट से सभी मुकदमों को खत्म करने और सभी आरोपियों को बरी करने की अपील की है। इकबाल अंसारी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या विवाद को सुलझा लिया है। अब अयोध्या में राम मंदिर और मस्जिद दोनों का निर्माण किया जा रहा है। इस मामले के कई आरोपी ऐसे हैं जो अब इस दुनिया में भी नहीं हैं।
अंसारी ने कहा कि यह मेरी निजी राय है कि विवाद को समाप्त करने और हिंदू-मुस्लिम एकता का मार्ग प्रशस्त करने के लिए सीबीआई अदालत को सभी 32 आरोपियों को बरी करना चाहिए। इकबाल अंसारी ने कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट ने विवाद को हल कर दिया है, तो सीबीआई कोर्ट को भी विवाद को समाप्त करना चाहिए और सभी आरोपियों को देश के हित में बरी कर देना चाहिए।
बता दें कि इन 32 आरोपियों में पूर्व उप-प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, विनय कटियार और उमा भारती मुख्य रूप से शामिल हैं। गौरतलब है कि छह दिसंबर 1992 को अयोध्या स्थित बाबरी मस्जिद को कार सेवकों ने ध्वस्त कर दिया था। उनका दावा था कि उस जगह पर भगवान राम का मंदिर था।
वर्षों तक चली कानूनी लड़ाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल नौ नवंबर को अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ कर दिया था। कोर्ट ने साथ ही नयी मस्जिद के निर्माण के लिये अयोध्या में ही प्रमुख जगह पर सुन्नी वक्फ बोर्ड को पांच एकड़ जमीन आवंटित करने का केंद्र को निर्देश दिया था।