उत्तर प्रदेश के बिजनौर में खो-खो की नेशनल खिलाड़ी रह चुकी लड़की की हत्या मामले में एक युवक की गिरफ्तारी हुई है। पुलिस ने मंगलवार को मामले में रेलवे के एक पल्लेदार को गिरफ्तार किया है। जिस वक़्त बबली पर हमला हुआ था उस वक़्त वह अपने किसी दोस्त के साथ फ़ोन पर बात कर रही थी। उस दौरान ही दोस्त ने फ़ोन पर बबली की चीख सुनी थी।
पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने पत्रकारों को बताया कि घटना के दिन बबली दोपहर करीब दो बजे रेलवे स्टेशन के निकट रखे स्लीपर्स के चट्टे के बीच से मोबाइल फोन पर अपने मित्र से बात करते हुए घर जा रही थी। उसी दौरान बबली के मित्र ने फोन पर उसकी चीख सुनी जिसमें वह कह रही थी कि ‘‘अंकल मैं मर जाउंगी, मुझे छोड़ दो।’’
अधिकारी ने बताया कि बबली के मित्र ने इसकी सूचना खिलाड़ी के पड़ोसी को दी और उसे तलाश करने को भेजा। पड़ोसी को स्लीपर्स के बीच बबली का शव मिला, उसका मोबाइल फोन वहां नहीं मिला। पुलिस अधीक्षक सिंह ने बताया कि बबली के फोन की लोकेशन पास के आदमपुर गांव में मिली। उन्होंने बताया कि भौतिक, इलेक्ट्रॉनिक और परिस्थितिजन्य साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने देर रात करीब ढाई बजे संदिग्ध पल्लेदार आदमपुर निवासी शहजाद उर्फ खादिम को हिरासत में लिया।
उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान खादिम ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। उसने पुलिस को बताया कि वह गांजा और चरस का नशा करता है। उसे पता था कि बबली रेलवे स्लीपर्स के बीच आती-जाती थी। अधिकारी ने बताया कि 10 सितंबर को खादिम के पास कोई काम नहीं था। उसने नशा किया और बबली का इंतजार करने लगा। बबली के वहां पहुंचने पर आरोपी ने उसे स्लीपर्स के बीच खाली जगह में घसीटा, लेकिन उसके विरोध करने और शोर मचाने पर रस्सी और दुपट्टे से उसका गला घोंट दिया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस को घटना स्थल से शर्ट के दो बटन और एक चप्पल मिली थी। पुलिस ने खादिम को गिरफ्तार करने के बाद उसके आवास से उसकी शर्ट, एक चप्पल और रस्सी बरामद कर ली है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने पहले दर्ज प्राथमिकी में बलात्कार के प्रयास की धारा भी जोड़ दी है। धर्मवीर सिंह ने कहा कि पुलिस खादिम को स्थानीय अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए उसे पुलिस हिरासत में देने की मांग करेगी।