कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने पार्टी के प्रमुख पदों पर वर्षों से चुनाव न होने पर सवाल उठाए तो, अब भाजपा को निशाना साधने का मौका मिल गया है। भाजपा ने कहा है कि परिवार विशेष लोकतंत्र की बात करता है, लेकिन चुनाव से डरता है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव ने भूपेंद्र यादव ने कहा है कांग्रेस के सर्वोच्च परिवार को इलेक्शन से ही दिक्कत है।
दरअसल, गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस संगठन के प्रमुख पदों पर चुनाव कराकर पार्टी को मजबूत बनाने पर जोर दिया है। पार्टी संगठन की विभिन्न इकाइयों के लिए चुनाव को लेकर गुलाम नबी आजाद ने कहा, जब पार्टी मजबूत होगी तभी राहुल गांधी प्राइम मिनिस्टर बन पाएंगे।
अगर 50 साल विपक्ष में बैठना है तो इलेक्शन मत कराओ। ये लोग (कांग्रेस आलाकमान) कभी इलेक्शन नहीं चाहेंगे तो कभी प्राइम मिनिस्टर नहीं बन पाएंगे। मेरी बात को सुनना होगा, छुटभैयों की नहीं। गुलाम नबी आजाद के मुताबिक चुनी हुई इकाई के लीड करने पर ही कांग्रेस की स्थिति बेहतर होगी।
गुलाम नबी आजाद के इस बयान पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव ने अपने एक बयान में कहा, वरिष्ठ कांग्रेसी गुलाम नबी आजाद की बात से ये तो साफ हुआ कि कांग्रेस के सर्वोच्च ‘परिवार’ को इलेक्शन से ही दिक्कत है।
जो इलेक्शन को ही नहीं मानते, वो लोकतंत्र को भला कैसे मान लेंगे? मूल बात ये है कि परिवार विशेष बात लोकतंत्र की करता है, लेकिन चुनाव से डरता है। भाजपा के राज्यसभा सांसद भूपेंद्र यादव लगातार कांग्रेस पर हमलावर रहे हैं। इससे पूर्व उन्होंने संजय झा पर हुई कार्रवाई को लेकर भी कांग्रेस की घेराबंदी की थी।
भूपेंद्र यादव ने कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष ‘गैर-गांधी’ होना चाहिए, इतनी सी बात संजय झा ने कह दी तो कांग्रेस ने उन पर कार्रवाई कर दी, लेकिन वही बात प्रियंका गांधी वाड्रा ने कही तो कुछ नहीं हुआ। इसका मतलब है कि राय अच्छी हो या बुरी, उसे जाहिर करने का अधिकार कांग्रेस में सिर्फ परिवार को है।