भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने उत्तर प्रदेश में हुए उप चुनावों के परिणाम पर कहा है कि ”यह भारतीय जनता पार्टी और उसकी नीतियों की जीत नहीं है बल्कि प्रदेश के मुख्य विपक्षी दलों के अहंकार और जनवादी ताक़तों की उपेक्षा का नतीजा है।”
पार्टी के राज्य सचिव डाक्टर गिरीश ने बुधवार को एक विज्ञप्ति में कहा, ”उप चुनाव में आये परिणाम से प्रदेश की धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक ताक़तों को तात्कालिक तौर पर धक्का लगा है।” उल्लेखनीय है कि प्रदेश में विधानसभा की सात सीटों के लिए हुए उप चुनाव में भाजपा को छह सीटें और समाजवादी पार्टी को एक सीट मिली हैं।
राज्य सचिव डाक्टर गिरीश ने कहा, ”भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों और क्रियाकलापों से लोग नाराज हैं। किसान विरोधी तीन अधिनियम, श्रम कानूनों में बदलाव, पलायन और बेरोज़गारी, कानून-व्यवस्था की दुर्दशा तथा अर्थव्यवस्था में ऐतिहासिक गिरावट से लोग बेहद नाराज थे और भाजपा को सबक सिखा सकते थे।”
उन्होंने कहा कि अभी भी समय है कि विपक्षी दल अपनी कार्य नीतियों का पुनरीक्षण कर भूल सुधार की दिशा में कदम उठाएं।