समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वृक्षारोपण अभियान का मखौल उड़ते हुये शनिवार को कहा कि भाजपा को पर्यावरण की स्वच्छता अपने विचारों में भी शामिल करनी चाहिए।
श्री यादव ने शुक्रवार को ‘क्रांति दिवस‘ पर पार्टी के प्रदेशव्यापी धरने का सफल बताते हुये इसके लिये कार्यकर्ताओं को बधाई दी और कहा कि जनता की सक्रिय भागीदारी भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के प्रति जनाक्रोश की अभिव्यक्ति है। इसके साथ ही सत्ता के अभिमान में चूर भाजपा सरकार को आगाह भी किया गया है कि उन्हें संविधान का पालन करना ही होगा। जनता लोकतंत्र के साथ छल बर्दाश्त नहीं करेगी।
उन्होने कहा कि भाजपा सरकार ने एक दिन में 22 करोड़ पौधारोपण की दावेदारी को ‘पर्यावरण महाकुंभ‘ बना दिया है। अजीब बात है कि भाजपा की हर योजना को कुंभ की श्रेणी में रख दिया जाता है। यह सत्ता के दुरूपयोग का भाजपाई तरीका है। इसकी सच्चाई भी जनता के सामने आने में देर नहीं लगेगी।
श्री यादव ने कहा कि वस्तुत: भाजपा को पर्यावरण की स्वच्छता अपने विचारों में भी शामिल करनी चाहिए। समाजवादी सरकार के कार्यकाल में रिकार्ड वृ़क्षारोपण हुआ था। जिस पर ‘गिनीज बुक आफ रिकार्ड्स‘ का प्रमाणपत्र भी मिला था। उस समय के पौधे आज तक जीवित हैं। अब भविष्य ही बताएगा कि भाजपा सरकार द्वारा वृक्षारोपण के बाद कितने पौधे जीवित रह सकेंगे।
उन्होने कहा कि भाजपा के पास जनता की समस्याओं के निदान के लिए कोई रोडमैप नहीं है। वह दिखावटी आयोजनों के जरिए जनता को भ्रमित करने की कोशिशें कर रही है। विकास की ठोस योजना तो अब तक बनी नहीं, समाजवादी सरकार के कामों को ही अपना बताकर दिन काट रही है। समाजवादी सरकार के काम का यह अनुसरण मुख्यमंत्री को ईमानदारी से करने की आदत डालनी चाहिए। केवल प्रचार की चकाचौंध पैदा करके ही विकास का झूठा सपना दिखाना अनैतिक है।