भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने उत्तर प्रदेश में लोकसभा की दो सीट के लिए हुए उपचुनावों में पार्टी की जीत को ऐतिहासिक बताते हुए रविवार को कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जन कल्याणकारी नीतियों में लोगों के विश्वास को दर्शाता है। भाजपा के लिए मुश्किल मानी जाने वाली रामपुर और आजमगढ़ की सीट पर पार्टी की जीत महत्वपूर्ण है क्योंकि ये पहले समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान और पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के पास थीं। दोनों नेताओं ने राज्य विधानसभा के लिए चुने जाने के बाद लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
मुख्यमंत्री माणिक साहा को भी बधाई दी
नड्डा ने त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा को विधानसभा उपचुनाव में विजय और पार्टी के दो अन्य उम्मीदवारों की जीत के लिए भी बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री माणिक साहा को उनके निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव जीतने के लिए और त्रिपुरा के सभी भाजपा नेताओं को उपचुनावों में चार में से तीन सीट जीतने पर बधाई। यह आपकी कड़ी मेहनत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण में लोगों के विश्वास का परिणाम है।’’
सबसे ज्यादा बढ़त मुबारकपुर सीट पर 29103 वोटों की मिली
आजमगढ़ लोकसभा क्षेत्र में पांच विधानसभाएं गोपालपुर, सगड़ी, मुबारकपुर, आजमगढ़ और मेंहनगर आती हैं। सभी सीटों पर सपा ने भाजपा पर बढ़त बनाते हुए जीत हासिल की थी। सबसे ज्यादा बढ़त मुबारकपुर सीट पर 29103 वोटों की मिली थी। पांचों सीटों पर 106110 वोटों की बढ़त सपा को मिली थी। इससे पहले 2019 के आम चुनाव में भी सपा को भारी जीत मिली थी। तब सपा के अखिलेश यादव ने भाजपा के निरहुआ को 259874 वोटों से हराया था। उपचुनाव में अखिलेश ने अपने भाई धर्मेंद्र यादव को उम्मीदवार बनाया। धर्मेंद्र अखिलेश की जीत बरकरार नहीं रख पाए और चुनाव हार गए।