हाथरस कांड की जांच के दौरान पता चला कि पीड़िता के पिता के फोन पर मुख्य आरोपी संदीप ठाकुर के फोन नंबर से कई बार बात हुई थी। हालांकि पीड़ित परिवार यह कहता रहा है कि दो तीन बार संदीप का फोन आया। एक बार उसने फोन किया। उठाने पर खुद को दिल्ली का डॉन बताया। सोमवार को बातचीत में पीड़िता के पिता ने बताया कि फोन पर खुद को डॉन बताने के बाद जब फोन कटा तो उन्होंने इस बारे में पता कराया।
तब उन्हें इस बात की जानकारी हुई कि यह फोन मुख्या आरोपी संदीप का था। पीड़िता के पिता ने यह भी बताया कि संदीप ने फोन पर उनसे गाली-गलौज भी की थी। कितनी बार फोन आया और किया गया, इस बारे में सीबीआई ने जांच की है।सीबीआई ने जांच के दौरान कुछ फोन भी जब्त किए थे। जानकारी के मुताबिक कुछ फोन की सीएफएसएल रिपोर्ट आना अभी बाकी है।
बता दें की हाथरस कांड का पीड़ित परिवार इस दर्दनाक घटना के बाद पूरी तरह से टूट गया है। आमजन को हिला देने वाली इस घटना के बाद भी आसपास, गांव के लोगों की सहानुभूति नहीं मिली, ऐसे में यह परिवार अब गांव में नहीं रहना चाहता है। एक बार पीड़ित परिवार ने कहा है कि वह केस को हाथरस से दिल्ली ट्रांसफर कराना चाहते हैं। 29 सितंबर को बेटी की दिल्ली के अस्पताल में मौत और रात में ही गांव में अंतिम संस्कार होने से दर्द में डूबे परिवार को अब अपने ही गांव में कोई अपना नजर नहीं आ रहा है।