उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काकोरी कांड की 97वीं जयंती पर कहा कि अंग्रेजी हुकूमत की चूलें हिला देने वाली यह घटना युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का श्रोत है जो याद दिलाती है कि देश की आजादी से बढ़ कर कुछ नहीं है। योगी ने काकोरी शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रद्धाजंलि देते हुए कहा कि काकोरी ट्रेन एक्शन में 4600 रुपए की लूट का पर्दाफाश करने और क्रांतिकारियों को फांसी पर लटकाने के लिए अंग्रेजों ने 10 लाख रूपए खर्च किए थे।
उन्होंने कहा कि यह गोरी हुकूमत की क्रूरता की कहानी को बयां करता है। यह घटना इस बात का अहसास कराती है कि देश की स्वाधीनता से बढ़कर कुछ नहीं हो सकता है। युवाओं को क्रांतिकारियों के बलिदान और त्याग से प्रेरणा लेनी चाहिए। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काकोरी कांड के शहीदों को नमन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 12 मार्च को शुरू हुए अमृत महोत्सव की कड़ी में काकोरी ट्रेन एक्शन की 97वीं वर्षगांठ का आयोजन किया जा रहा है। राम प्रसाद बिस्मिल, राजेन्द्रनाथ लाहिड़ी, पण्डित राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खाँ, ठाकुर रोशन सिंह और चन्द्रशेखर आत्राद ने काकोरी कांड को अंजाम देकर 1856 में शुरू हुई आजादी की चिंगारी को ज्वाला में तब्दील कर दिया था।
उन्होने कहा कि आजादी के लिए क्रांतिकारियों द्वारा दिए गए बलिदान हमें याद दिलाते हैं कि इस होम में हर वर्ग जाति और समुदाय ने अपनी आहुतियां दी है। प्रधानमंत्री नरेंद मोदी के नेतृत्व में देश भर में अमृत महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है ताकि युवा पीढ़ी को आजादी की कीमत और शहीदों के बलिदान एवं त्याग के महत्व पता चल सके।
इससे पहले राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काकोरी के शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया। इस मौके पर ‘काकोरी ट्रेन एक्शन’ थीम पर वृत्तचित्र का प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर कबीना मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, ब्रजेश पाठक, डॉ महेंद्र सिंह और आशुतोष टंडन के अलावा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद थे।