उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज मैनपुरी में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए समाजवादी पार्टी पर जमकर हमला बोला। इसके साथ ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा, जब बुलडोजर चलता है तो अखिलेश यादव सबसे ज्यादा परेशान होते हैं।
जनसभा में बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा, जब अखिलेश यादव 2012 में आए थे तो उन्होंने सबसे पहला काम अयोध्या में राम मंदिर पर हमला करने वाले आतंकियों के खिलाफ दर्ज मुकदमों को वापस लेने वाली फाइल पर साइन किए थे। CRPF कैंप, कोर्ट-कचहरी पर आतंकी हमला करने वालों के खिलाफ दर्ज मुकदमों को वापस लेने का इन्होंने काम किया।
उन्होंने कहा कि पांच साल पहले गुंडागर्दी थी। माफियाराज था। माफिया किसी भी गरीब की जमीन पर कब्जा कर लेते थे। बेटियां स्कूल नहीं जा पाती थीं। अराजकता का तांडव था। त्योहार से पहले दंगे शुरू हो जाते थे, महीनों तक कर्फ्यू लग जाता था। प्रदेश बदनाम होता था। व्यापारी तबाह हो जाता था। इनका नाम समाजवादी है, लेकिन काम तमंचावादी और सोच परिवारवादी है। ये परिवारवादी सोच के लोग किसी दूसरे को पनपने ही नहीं देंगे।
2017 से पहले प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था एक चुनौती थी, लगातार दंगों के कारण अराजकता का था माहौल : CM योगी
मुख्यमंत्री योगी ने कहा, 2017 के बाद उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की बीजेपी सरकार आई। बीजेपी का नाम सुनकर ही अपराधी बिलों में छिप गए। बीजेपी सरकार ने सबसे पहले अवैध बूचड़खाने बंद कराने का काम किया। किसानों का कर्ज माफ किया।
इतिहास अपने आप को दोहराता है
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इतिहास अपने आप को दोहराता है। बीच के कालखंड में इटावा, मैनपुरी और आसपास के क्षेत्रों को बदनाम करके रख दिया था। अराजकता करने वाले तत्व सत्ता में काबिज होकर आम जनता का जीना हराम कर दिए थे। 2014 में देश ने करवट ली। देश के सौभाग्य से नरेंद्र मोदी जैसा नेता देश को मिला। प्रदेश में बीजेपी आई और गुंडागर्दी खत्म हुई।
हमारे एक हाथ में विकास की घड़ी तो दूसरे हाथ में माफिया के खिलाफ बुलडोजर का लीवर
योगी ने कहा, जिन लोगों ने आपकी योजनाओं को लूटा, गरीबों का राशन खाया, सड़कों और बिजली के लिए पॉकेट फंड और विधवाओं और बुजुर्गों के लिए पेंशन और गरीबों के अभिमानी घरों की तलाशी ली। लेकिन हमारे एक हाथ में विकास की छड़ी और दूसरी तरफ माफिया के खिलाफ बुलडोजर का लीवर है।