उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिन्होंने जमीन विवाद में अपने परिजनों को खोया है और जो लोग घायल हैं सरकार की उनके प्रति पूरी संवेदना है। सीएम योगी रविवार घोरावल क्षेत्र के उभ्भा गांव में 17 जुलाई को जमीनी विवाद के कारण हुई गोलीबारी की घटना में मारे गए मृतकों के परिजनों और घायलों के परिजनों से मिले।
उन्होंने कहाकि मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 10 लाख और समाज कल्याण विभाग से 8 लाख 50 हजार रुपए कुल 18 लाख 50 हजार रुपए प्रत्येक परिवार को मिलेंगे जबकि घायलों को समाज कल्याण से 50 हजार और सीएम राहत कोष से 2 लाख रुपए कुल ढाई लाख मिलेंगे।
उन्होंने कहाकि मृतक परिवारों को 10 लाख और घायलों को 2 लाख तत्काल उपलब्ध करा दिए जाएंगे। इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि ये सब कांग्रेस के लोगों के पाप का परिणाम है। उन्होंने कहा कि 1955 में जब कांग्रेस की सरकार थी तभी कांग्रेस के एक राज्यसभा सदस्य ने एक ट्रस्ट बनाकर 600 बीघा बंजर भूमि को उस ट्रस्ट के नाम करवा लिया था।
वर्ष 1989 में भी जब कांग्रेस की सरकार थी तभी उसमें से कुछ हिस्से को अपने परिजनों के नाम करवा लिया। यह सब कानून के विपरीत था। उन्होंने कहाकि कांग्रेस को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहाकि इस मामले में अपर मुख्य सचिव राजस्व की अध्यक्षता में एक हाई पावर कमेटी का गठन कर दिया गया है इसके अतिरिक्त एक अन्य कमेटी राजस्व परिषद के अध्यक्ष की अध्यक्षता में गठित की जाएगी जो जिले में भूमि सम्बंधी मामलों को देखेगी।
बीजेपी नेता की हत्या के बाद गाजियाबाद के पुलिस अधिकारी निलंबित
यह कमेटी गरीबों, वंचितों, एससी, एसटी आदि कमजोर वर्गों के हितों को देखते हुए गैर कानूनी ढंग से जमीनों पर क़ब्त्रे के मामलों की जाँच करेगी। साथ ही एंटी भू-माफिए कानून की भी समीक्षा करते हुए कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उभ्भा गांव की घटना के मुख्य आरोपी ग्राम प्रधान एवं अन्य पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि ग्राम प्रधान सामाजवादी पार्टी (सपा) और उसका भाई बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सक्रिय राजनीति में थे तथा इसी प्रकार समयानुसर पार्टियां बदल कर अपना प्रभाव कायम रखते थे। उन्होंने कहा कि अभी तक इस मामले में पांच अधिकारियों और कर्मचारियों को निलम्बित किया जा चुका है।
जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा उसे नहीं छोड़गे। उन्होंने बताया कि इस घटना में प्रयुक्त पांच असलहे और चौदह ट्रैक्टर बरामद कर लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि घोरावल थाने से वहां की दूरी को देखते हुए एक पुलिस चौकी शीघ्र घटनास्थल के क्षेत्र में खोली जाएगी तथा घोरावल में एक अग्नि शमन केन्द्र स्थापित कर वाहन एक फायर टेंडर की व्यवस्था की जाएगी।
वर्दी रहते हुए जो भी पुलिस के लोग इस प्रकरण में दोषी पाए जाएंगे उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पीड़ित समेत उभ्भा गांव के सभी अनुसूचित जाति एवं कमजोर लोगों को प्रधानमंत्री अथवा मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत आवास तथा शौचालय बनाने के साथ बिजली कनेक्शन देने का अधिकारियों को निर्देश दिया है। इसके अतिरिक्त जिले के मुसहर आदि कमजोर जातियों को भी एक साल के भीतर सभी को आवास उपलब्ध करा दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जिले में ओबरा के नाम से एक तहसील तथा कोन और कर्मा को ब्लाक बनाने के लिए प्रस्ताव मांगा गया है। मुख्यमंत्री अपने दौरे के दौरान उभ्भा गांव तथा जिला चिकित्सालय जाकर पीड़ितों के परिजनों और घायलों से भी मिले। उन्होंने मृतकों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए सरकार की ओर से पीड़ितों के परिजनों को पूरा सहयोग का आश्वासन भी दिया।
गौरतलब है कि सोनभद्र के घोरावल क्षेत्र में सोसायटी के करीब 100 बीघा जमीन पर कब्जे को लेकर 17 जुलाई बुधवार को हुई गोलीबारी की घटना में दसे लोगों की मौत हो गई थी और 25 से अधिक घायल हो गए थे। इस घटना के बाद विपक्षीदलों ने सरकार पर कानून एवं व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए थे।