कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव 2019 के लिए उत्तर प्रदेश के अमेठी से अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान उनकी मां सोनिया गांधी, बहन प्रियंका गांधी वाड्रा और बहनोई रॉबर्ट वाड्रा भी मौजूद रहे। शुक्रवार को लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण के लिए वोट डाले जाएंगे। वहीं कल बीजेपी की केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी कल अमेठी से अपना नामांकन भरेंगी।
पहले चरण में कुल 20 राज्यों की 91 सीटों पर वोटिंग होनी है। नामांकन भरने से पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अमेठी में रोड शो की शुरुआत हो गई है। रोड शो में प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ उनके पति रॉबर्ट वाड्रा, बेटा रैहान और बेटी मिराया भी मौजूद है।
– राहुल गांधी अमेठी के जिला कलेक्टर कार्यालय में पहुंच कर अपना नामांकन दाखिल कर रहे है।
– सोनिया गांधी अमेठी के जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंची, जहां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपना नामांकन दाखिल करेंगे। हालांकि सोनिया गांधी रोड शो का हिस्सा नहीं बनी लेकिन राहुल के नामांकन के समय मौजूद रहेंगी।
मुंशीगंज से शुरू हुए रोड शो में सड़क किनारे कांग्रेस समर्थकों की भारी भीड़ जमा है। कार्यकर्ताओं के हाथों में कांग्रेस का झंडा है। महिलाएं घर से छज्जों से फूलों की बारिश कर रही हैं। भारी गर्मी में भी कार्यकर्ताओं का लंबा जुलूस गांधी के काफिले के साथ चल रहा है।
– गौरीगंज में रोड शो के लिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा अमेठी पहुंच चुके है।
प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रोबर्ट वाड्रा ने राहुल गांधी को नामांकन भरने से पहले शुभकामना दी है। एक सफल, उत्पादक और स्वस्थ भविष्य के लिए राहुल को मेरी शुभकामनाएं, भारत को बदलाव की जरुरत है, मैं हमेशा आपके समर्थन में।
राहुल गांधी इस बार केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ रहे हैं। वायनाड में वह नामांकन कर चुके हैं। पार्टी का कहना है कि यह सीट दक्षिण भारत के तीन राज्यों से तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल के बीच में है इसलिए यहां से चुनाव लड़कर राहुल गांधी दक्षिण भारत के तीन राज्यों का प्रतिनिधित्व कर पाएंगे। अमेठी से इस बार राहुल का सामना बीजेपी की केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से होना है।
अमेठी कांग्रेस की परम्परागत सीट मानी जाती है। यहां से पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी भी 4 बार सांसद रहे हैं। राहुल गांधी भी अमेठी से लगातार 3 बार सांसद चुने गए हैं। 2004 में उन्होंने पहली बार यहां से जीत हासिल की थी। फिर 2009 में और 2014 में भी अमेठी ने उन्हें ही चुना।