कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के तहत उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत 15 जिलों में चुनिंदा इलाकों को सील किया जायेगा।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बुधवार को यहां पत्रकारों को बताया कि आज सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में टीम 11 की महत्वपूर्ण बैठक में यह फैसला लिया गया। उन्होने बताया कि श्री योगी के निर्देशानुसार जिन जिलों में छह अथवा इससे अधिक कोरोना संक्रमित मरीज पाये गये है, वहां के चुने हुये इलाकों को सील कर सैनीटाइजेशन समेत अन्य एहतियाती कदम उठाये जायेंगे।
उन्होने बताया कि हाटस्पाट के तौर पर चिन्हित आगरा में 22,गाजियाबाद में 12,आगरा में 13,कानपुर में 12,बस्ती में तीन, गौतमबुद्धनगर में 12,वाराणसी में चार,शामली में तीन,मेरठ में सात,बुलंदशहर में तीन,फिरोजाबाद में तीन,सीतापुर में 1,सहारनपुर में चार,महाराजगं में चार इलाके पूरी तरह सील किये जायेंगे। इसके अलावा लखनऊ के आठ इलाकों को बड़े और चार को छोटे हाटस्पाट के रूप में चिन्हित किया गया है।
इन इलाकों को बुधवार रात 12 बजे से सील कर दिया जायेगा जो 13.14 अप्रैल की मध्यरात्रि तक जारी रहेगा। इन इलाकों में लोगों को घरों के अंदर रहने के निर्देश दिये गये है जबकि उनकी जरूरत का सामान डोर स्टेप में मुहैया कराया जायेगा। क्षेत्र में सभी प्रतिष्ठान बंद रहेंगे।
इलाके के बाहर बैरीकेडिंग लगायी जायेंगी जहां मीडियाकर्मियों का प्रवेश भी निषेध होगा। इन इलाकों में आवागमन पूरी तरह अवरूद्ध रहेगा और पहले जारी किये गये सभी पासों को निरस्त समझा जायेगा। राहत कार्य में लगे कर्मचारी और चिकित्साकर्मियों को लाने ले जाने के लिये वाहन की व्यवस्था होगी।
श्री अवस्थी ने बताया कि राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुये यह फैसला लिया गया है। राज्य में आज सुबह तक कुल 343 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान की गयी है जिसमें तब्लीगी जमात के सदस्यों की तादाद 187 है।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रभावित जिलो के उन इलाको को जहां संक्रमित मरीज ज्यादा हैं, उन्हें ही हॉट स्पॉट के रूप में चिन्हित किया गया है। इन इलाकों में कोरोना संक्रमण के मामलों की हर दिन समीक्षा होगी। सरकार इस संबंध में एहतियात के सभी कदम उठा रही है और इसमें अवसर की कोई गुंजाइश नहीं है।
उन्होने बताया कि संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिये विशेष रूप से पूरे इलाके का सैनिटाइजेशन फायर सर्विस की गाड़ियां लगाकर कराया जायेगा। हाट स्पाट के तौर पर चिन्हित इलाकों में सिविल सप्लाई और मेडिकल सप्लाई घर पर मुहैया कराई जाएगी। लोग घरों से बाहर निकल कर यह सुविधाएं नहीं लेंगे। किसी प्रकार की आवाजाही उन इलाकों में रोकी जाएगी जैसे कर्फ्यू में रोकी जाती है। सभी इलाकों को चिन्हित कर ट्रैफिक के लिए जीरो जोन बना दिया जाएगा और बैरिकेडिंग कर दी जाएगी।
श्री अवस्थी ले बताया कि डायल 112 की गाड़ियां इलाके में गश्त करेंगी और लाउडस्पीकर से लोगों को बीमारी के बारे में जागरूक किया जाएगा।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि अभी तक प्रदेश में 343 लोग संक्रमित हैं जिसमें 187 तबलीगी जमात के हैं। 26 लोग पूर्णतया स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। पीलीभीत में कोरोना संक्रमित महिला शकीला को डिस्चार्ज कर दिया गया है।
उन्होने बताया कि लॉन्ग टर्म टेसि्टंग की व्यवस्था के तहत गुरूवार से उन जिलों में भी सैंपल लेने की प्रक्रिया बढायी जायेगी जहां कोरोना के मामले बिल्कुल भी नहीं है। कोरोना टेसि्टंग और इलाज के लिये प्रदेश में 10 मेडिकल कॉलेजों को अपग्रेड किया जा रहा है जिसे पीजीआई और मेडिकल कॉलेज के लेवल का बनाया जाएगा। सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्णतया पालन कराया जायेगा ताकि इंफेक्शन की दर को कम किया जा सके।
श्री प्रसाद ने कहा कि जो तबलीगी जमात का जंप आया था वह धीरे धीरे कम हो रहा है हमने उन सभी को टेसि्टंग कर ली है अब हम उन सभी लोगों को चेक करेंगे जो इन दिनों के टच में आए हैं या जो विदेश से आए हैं।
उन्होने कहा कि सोशल डिस्टेसिंग के अलावा साबुन से हाथों को नियमित अंतराल में धोने और रोग प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा करके वायरस से बचा जा सकता है। इम्यूनिटी बढाने के लिये तुलसी और अदरक के काढ़ का सेवन करना चाहिये और अगर घर से निकलने की जरूरत पड़ भी जाये तो हर व्यक्ति को मास्क लगाना होगा।