उत्तर प्रदेश विधानसभा के सामने आत्मदाह के लिए उकसाने के आरोप में पुलिस ने यूपी दलित कांग्रेस के अध्यक्ष आलोक प्रसाद को हिरासत में लिया है। महिला ने मंगलवार को लखनऊ स्थित विधानसभा के बाहर एक महिला ने खुद पर ज्वलशील पदार्थ डालकर आग लगा ली। फिलहाल उसकी हालत स्थिर बनी हुई है।
आलोक प्रसाद पर महाराजगंज से आई महिला को आत्मदाह के लिए उकसाने का आरोप है। उन्हे गोमतीनगर पुलिस ने मध्य रात्रि के बाद आवास से हिरासत में ले लिया। गौरतलब है कि महाराजगंज निवासी अंजना तिवारी नामक महिला ने विधानसभा के बाहर ज्वलनशील पदार्थ डाल कर आग लगा ली थी। उसे गंभीर हालत में सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि लगभग 35 वर्षीय महिला का आरोप है कि महराजगंज के रहने वाले अखिलेश तिवारी से उसकी शादी हुई थी जिसके बाद तलाक हो गया। इसके बाद महिला ने धर्म परिवर्तन कर आसिफ नाम के युवक से शादी कर ली। शादी के बाद आसिफ सऊदी अरब चला गया।
उन्होने बताया कि आसिफ के परिजन लगातार महिला को प्रताड़ित कर रहे थे जिससे परेशान होकर उसने विधानसभा के सामने ज्वलनशील पदार्थ डालकर खुद को आग लगा ली। उधर, प्रदेश कांग्रेस ने अलोक प्रसाद की गिरफ्तारी पर कड़ा विरोध दर्ज किया है। पार्टी के मीडिया कार्डिनेटर ललन कुमार ने फोन पर बताया कि कल रात दो बजे बिना किसी वारंट के बेहद कायराना ढंग से यूपी दलित कांग्रेस अध्यक्ष आलोक प्रसाद को पुलिस ने गोमती नगर से गिरफ्तार किया। योगी सरकार बौखला गई है एवं पुलिस के दम पर तानाशाही कर रही है।