उत्तर प्रदेश के मेरठ में कोरोना वायरस (कोविड-19) से 70 वर्षीय बुजुर्ग की मौत होने के साथ ही राज्य में मरने वालों की संख्या 2 हो गयी है। राज्य में एक दिन के अंदर यह दूसरी मौत है। वहीं संक्रमित लोगों की संख्या 113 हो गई है। बुजुर्ग को मेरठ के लाला जी लाजपत राय स्मारक चिकित्सा महाविद्यालय में भर्ती कराया गया था।
महाविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया, “मृतक मेरठ के पहले संक्रमित मरीज इकरामुल हसन के ससुर थे। मृतक की उम्र 70 साल थी। वह 29 मार्च को एडमिट हुए थे।” अभी तक संक्रमित मरीज ऑक्सीजन पर था। लेकिन मंगलवार रात वह 75 फीसदी ऑक्सीजन पर भी सर्वाइव नहीं कर पा रहे थे। इसलिए उन्हें देर रात एक बजे मरीज को वेंटिलेटर पर रखा गया।”
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अधिकारी ने बताया, बुधवार सुबह आठ बजे से हालात और ज्यादा बिगड़नी शुरू हो गई। इस मरीज के साथ कुछ रिस्क फैक्टर भी था। मरीज को शुगर भी था और उम्र भी ज्यादा थी। बुधवार सुबह आठ बजे के करीब इनकी हालत ज्यादा खराब हो गई। 11 बजे के करीब अब्दुल अहमद की मौत हो गई।”
इससे पहले , गोरखपुर जिले में कोरोना संक्रमित 25 साल के युवक की मौत हो गई है। देश में कोरोना से इस उम्र के व्यक्ति की मौत का यह पहला मामला है। राज्य में कोरोनो वायरस के मामलों की कुल संख्या 101 है।
केजीएमयू (लखनऊ) के मीडिया प्रभारी डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि “गोरखपुर से जो सैम्पल आया था, वह जांच में पॉजिटिव मिला है। केजीएमयू से क्रास चेक होना था। इसमें भी मामला सही पाया गया।” गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस संक्रमण का यह संदिग्ध बीते रविवार को भर्ती कराया गया था। जांच के लिए इसका सैंपल मंगलवार को भेजा गया था। बुधवार को ही केजीएमयू ने अपनी रिपोर्ट में इसे पॉजिटिव बताया था।
बता दें कि युवक को रविवार को सांस लेने में परेशानी के चलते मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। पहले उसे मेडिसिन वार्ड में भर्ती किया गया। इसके बाद तबीयत बिगड़ने पर उसे ट्रामा सेंटर के आइसीयू में लाया गया। वहां उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने संदेह के आधार पर कोरोना संक्रमण की जांच के लिए उसकी लार का नमूना लेकर लैब में भेज दिया।
जांच रिपोर्ट संदिग्ध आई थी। उसे पुन: जांच के लिए किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) भेजा गया था। वहां हुई जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आ जाने से मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मचा हुआ है। मरीज की देखरेख में दो डॉक्टर, दो स्टाफ नर्स व दो वार्ड बॉय लगे थे। उन्हें तत्काल आइसोलेट करा दिया गया है। गोरखपुर और बस्ती में यह युवक जिन-जिन अन्य लोगों के सम्पर्क में आया था, उनकी तलाश की जा रही है।
आशंका है कि उसकी वजह से कई लोग संक्रमित हो सकते हैं। बीआरडी में युवक की मौत के बाद डॉक्टरों ने मरीज के घरवालों से विदेश यात्रा के बारे में जानकारी मांगी तब वे कन्नी काटने लगे। मामले की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने मरीज की कोरोना संक्रमण जांच कराने का फैसला किया।
जिसके बाद माइक्रोबॉयोलाजी की टीम ने लार का नमूना लिया। उसे जांच के लिए भेजा गया। मृतक बस्ती जिले का रहने वाला था, प्रशासन ने एहतियातन बस्ती में उसके घर और आसपास के इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। मोहल्ले को सैनिटाइज किया जा रहा है। वरिष्ठ अफसर मौके पर पहुंच गए हैं।