मां विंध्यवासिनी मंदिर के विकास के नाम पर वेबसाइट और फेसबुक अकाउंट बनाकर लोगों से चंदा मांगने वाले एक आरोपी को मिर्जापुर पुलिस ने बिहार की राजधानी पटना से गिरफ्तार किया। आरोपी मनीष ने जेएनयू से एलएलबी किया है और फिलहाल पटना में वकालत करता है। पुलिस की जानकारी के मुताबिक आरोपी चंदे में मिले पैसों से अपना शौक पूरा करता था।
वेबसाइट बनाकर भक्तों के साथ धोखाधड़ी
दरअसल, मिर्जापुर जिले में स्थित मां विंध्यवासिनी के नाम पर वेबसाइट बनाकर भक्तों के साथ धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। जिलाधिकारी ने मामले की जांच के लिए आठ सदस्यीय टीम गठित की है। अब तक तीन वेबसाइट को निलंबित भी किया जा चुका है। मां विंध्यवासिनी मंदिर को भव्य और दिव्य बनाने को लेकर शासन द्वारा विंध्य का निर्माण कराया जा रहा है। विंध्य कॉरिडोर निर्माण को लेकर फर्जी वेबसाइट बनाकर सहयोग के नाम पर ठगी की जा रही है। भक्तों से शिकायत मिलने के बाद डीएम ने जांच को लेकर आदेश दिए है।
विंध्याचल निवासी एक व्यक्ति ने की थी शिकायत
इसी कड़ी में ऐसी ही एक शिकायत विंध्याचल निवासी भानु पाठक ने 17 जनवरी को विंध्याचल थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ की गई थी। युवक ने बताया कि विंध्य कॉरिडोर के नाम पर फर्जी वेबसाइट बनाकर भक्तों से ठगी की जा रही है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर थाना विन्ध्याचल में आईपीसी की धारा 419,420,467,468,471, 66C,66D और IT एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है।
बिहार के पटना से पुलिस ने किया गिरफ्तार
एसपी मिर्जापुर संतोष कुमार मिश्रा ने मामले की जांच के लिए एक टीम गठित की थी। थाना विन्ध्याचल और साइबर सेल के संयुक्त प्रयास और सर्विलांस के आधार पर पुलिस टीम ने मनीष कुमार पुत्र सुखदेव सुबोध गांधी निवासी ए-20 बिहार के पटना से गिरफ्तार किया है।