वाराणसी से कांग्रेस के पूर्व सांसद राजेश मिश्रा ने कहा है कि लोकसभा चुनाव के बाद निर्वाचित सांसद ही तय करेंगे कि कांग्रेस सरकार का प्रधानमंत्री कौन होगा। कांग्रेस से सलेमपुर से घोषित उम्मीदवार राजेश मिश्रा ने बलिया जिले के बभनियांव गांव में संवाददाताओं द्वारा यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस राहुल गांधी को प्रधानमंत्री उम्मीदवार घोषित करने से संकोच क्यों कर रही है, उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद निर्वाचित सांसद ही यह फैसला करेंगे कि उनका प्रधानमंत्री कौन बनेगा। यही लोकतांत्रिक तरीका भी है, जिसे बीजेपी ने तोड़ डाला है।
राजेश मिश्रा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का व्यक्तित्व नरेन्द्र मोदी से 100 गुना बेहतर था। ‘इंडिया शाइनिंग’ के नारे के बाद भी कांग्रेस को सरकार बनाने का मौका मिला। तब दूर-दूर तक डॉक्टर मनमोहन सिंह के नाम की चर्चा नहीं थी, लेकिन मनमोहन प्रधानमंत्री बने और 10 साल तक इस पद पर रहे।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के वाराणसी से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसका फैसला पार्टी आलाकमान ही करेगा। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अगर प्रियंका को वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ना होता तो उन्हें वहां से दूर नहीं भेजा जाता।
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राजेश मिश्रा ने बीजेपी पर करारा तंज करते हुए कहा कि यह देश की राजनीति का संक्रमण काल है कि तड़ीपार रह चुका एक शख्स बीजेपी का अध्यक्ष है और जिसकी योग्यता के बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है, वह प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने बीजेपी पर राजनीति का स्तर गिराने का आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी जी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्हें यह बताना पड़ रहा है कि वह पिछड़े वर्ग के हैं।