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हत्या के मामले में पूर्व बसपा विधायक पूजा पाल को सीबीआई से मिली क्लीन चिट

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने प्रयागराज के ललित वर्मा हत्याकांड में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की पूर्व विधायक पूजा पाल, उनके भाई और पांच अन्य लोगों को क्लीन चिट दे दी है।

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने प्रयागराज के ललित वर्मा हत्याकांड में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की पूर्व विधायक पूजा पाल, उनके भाई और पांच अन्य लोगों को क्लीन चिट दे दी है। सीबीआई ने सितंबर 2019 में एफआईआर दर्ज की थी और उच्च न्यायालय के आदेश पर जांच शुरू की थी। 
28 वर्षीय ललित कुमार को 3 फरवरी 2016 को गोली मार दी गई थी, जिसके बाद उनके पिता विनोद ने मामला दर्ज कराया था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि बसपा के पूर्व विधायक पूजा पाल के भाई राहुल पाल, दिलीप पाल, पृथ्वी पाल, राजेश त्रिपाठी, संदीप यादव और मुकेश केसरवानी ने उनके बेटे पर हमला किया था। घटना के वक्त वह, उनका बेटा ललित और भतीजा विक्रम कुमार एक वकील से मिलने जा रहे थे। 
विनोद ने कहा कि एक एसयूवी में जा रहे आरोपी ने विक्रम की बाइक को रोका, जिस पर ललित पीछे बैठा था और उसकी गोली मार दी। विनोद ने दावा किया कि उनका पूर्व विधायक और उनके भाई के साथ संपत्ति को ले कर विवाद था। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हमने सीसीटीवी फुटेज को स्कैन किया और पाया कि हत्या के समय कोई एसयूवी उस क्षेत्र से नहीं गुजरी थी। इसके अलावा, नामित आरोपी एक पार्टी में थे और इसे साबित करने के लिए वीडियो भी मौजूद था। हमने यह भी पाया कि विक्रम उस दिन वह मौजूद नहीं था।”
उन्होंने कहा, “हमने इलेक्ट्रॉनिक निगरानी का इस्तेमाल किया और पाया कि हत्या के समय शिकायतकर्ता विनोद के दूर के रिश्तेदार संतोष सोनी और विक्रम सोनी दोनों वहां मौजूद थे।”संतोष और विक्रम ने पूछताछ के दौरान कबूल किया कि उन्होंने ललित की हत्या इसलिए की क्योंकि उनका मानना था कि उनके छोटे भाई रंजीत को विनोद ने मारा है। वह उसकी हत्या का बदला लेना चाहते थे। सूत्रों ने कहा, “उन्होंने यह भी कबूल किया कि ललित का संतोष की पत्नी के साथ अफेयर चल रहा था।”

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