कानपुर एनकाउंटर के मास्टरमाइंड विकास दुबे की मदद करने के आरोप में बुधवार को चौबेपुर पुलिस स्टेशन के निलंबित एसओ विनय तिवारी और बीट प्रभारी केके शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है। इन दोनों पुलिस अधिकारियों पर मुठभेड़ से पहले हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को जानकारियां देने का आरोप है।
पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने बुधवार को बताया कि तिवारी और शर्मा पर आरोप है कि दोनों ने मुठभेड़ से पहले ही सूचनाएं हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दुबे को लीक की हैं। दोनों पहले से निलंबित हैं। पुलिस और विकास दुबे के साथ हुई कथित मुठभेड़ के बाद से ही संदेह के दायरे में आए तिवारी से पुलिस और एसटीएफ की टीम ने गहन पूछताछ की थी।
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उसके बाद तिवारी और शर्मा को निलंबित कर दिया गया था। मंगलवार रात चौबेपुर थाने में तैनात सभी 68 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया। पुलिस के एक प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा था कि चौबेपुर थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर, हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल समेत 68 पुलिसकर्मियों की कर्तव्यनिष्ठा पर संदेश के आरोप में उन्हें लाइन हाजिर किया गया है।
गौरतलब है कि गुरुवार देर रात कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के गांव बिकरू निवासी दुर्दांत अपराधी विकास दुबे को उसके गांव पकडऩे पहुंची पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया था जिसमें एक क्षेत्राधिकारी, एक थानाध्यक्ष समेत आठ पुलिसकर्मी मारे गये। मुठभेड़ में पांच पुलिसकर्मी, एक होमगार्ड और एक अन्य व्यक्ति घायल भी हुआ है।