अभी तो हाथरस की निर्भया की चिता की आग भी ठंडी नहीं हुई और दिल को थर्रा देने वाला मामला सामने आया। छात्रा की हालत इतनी खराब थी की वो न तो कुछ बोल पा रही थी और न ही ठीक से खड़ी हो पा रही थी , दरिंदगी की सारी हदों को पार करने की ये घटना भी उत्तर प्रदेश की है। यह मामला है बलरामपुर जिले के अंतर्गत आने वाले थाना कोतवाली गैसड़ी का।
29 सितम्बर को सुबह करीब आठ बजे एक लड़की अपने घर से निकली और एक कॉलेज में एडमिशन के लिए गई। इसी दौरान उसका अपहरण कर लिया गया और उसके साथ गैंगरेप किया गया। लड़की शाम को तकरीबन सात बजे बेहोशी की हालत में घर पहुंची। परिजन उसे लेकर अस्पताल लेकर दौड़े। अस्पताल में डॉक्टर ने छात्रा की हालत देखकर अन्य अस्पताल में रेफर कर दिया और रास्ते में छात्र की मौत हो गई। कथित रूप से बलरामपुर जिले में आला अधिकारी इस घटना को दबाने का प्रयास कर रहे हैं। लड़की के परिजनों का आरोप है कि उसको नशीला पदार्थ खिलाकर उससे गैंगरेप किया गया है।
मृतका की मां का आरोप है कि लड़की जब डिग्री कॉलेज गई थी तभी उसके कुछ साथी उसे अपने साथ ई रिक्शे पर बिठाकर कहीं बाजार में ही स्थित एक कमरे में ले गए। वहां उसे इंजेक्शन लगाकर बेहोश किया गया, फिर उसके साथ गैंगरेप किया गया।
इस मामले में कहा जा रहा था की छात्रा के पैर और कमर को तोड़ा गया है लेकिन बलरामपुर पुलिस ने इन अफवाहों को गलत बताया। बलरामपुर पुलिस ने ट्वीट कर कहा उक्त प्रकरण में पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए दोनों नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है । हाथ, पैर व कमर तोड़ने वाली बात असत्य है। कृपया भ्रामक खबर न फैलाएं।
इस मामले में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए तुरंत कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा, “हाथरस के बाद अब बलरामपुर में भी एक बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार और उत्पीड़न का घृणित अपराध हुआ है व घायलावस्था में पीड़िता की मृत्यु हो गयी है. श्रद्धांजलि! भाजपा सरकार बलरामपुर में हाथरस जैसी लापरवाही व लीपापोती न करे और अपराधियों पर तत्काल कार्रवाई करे.”