उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने बुधवार को कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को राजस्थान के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार की जिम्मेदारी लेते हुए त्यागपत्र दे देना चाहिए। बीजेपी नेता ने कहा कि पार्टी की करारी हार से पता चलता है कि सरकार ने जनता का विश्वास खो दिया है और मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर अपने पद पर बने रहने का कोई आधार नहीं है।
दिनेश शर्मा ने बुधवार को यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि राज्य में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को त्यागपत्र दे देना चाहिए। वे अपने पुत्र को जीत नहीं दिला पाये उनको हार की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
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राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार को बीजेपी द्वारा अस्थिर करने के प्रयासों की अफवाहों पर दिनेश शर्मा ने कहा कि बीजेपी कांग्रेस के अंदुरूनी संकट में अवसर नहीं खोजती है। वहीं उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस के लोगों का दिल बदल जाये तो भाजपा का दोष नहीं।
उन्होंने कहा कि बीजेपी दल बदल से सरकार बनाने में यकीन नहीं करती है। कांग्रेस शासित राजस्थान में लोकसभा की 25 सीटों में से बीजेपी ने 24 पर जीत दर्ज की है जबकि एक सीट पर बीजेपी के साथ गठबंधन सहयोगी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने जीत दर्ज की है।
दिनेश शर्मा ने कांग्रेस सरकार पर स्कूल शिक्षा पाठयक्रम में किये गये बदलाव में ”वीर सावरकर” के नाम के आगे से ‘वीर’ शब्द हटाने पर कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए कहा कि गहलोत सरकार नकारात्मक सोच की सरकार है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश सुपर पावर बनेगा।
राज्य के एक दिवसीय दौरे पर बुधवार को जयपुर पहुंचे दिनेश शर्मा ने राज्यपाल कल्याण सिंह से मुलाकात की और चूरू जिले में सालासर बालाजी मंदिर, और सीकर जिले के खाटूश्याम मंदिर के दर्शन किये।