पूर्वांचल के माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की मौत की गुत्थी सुलझाने का जिम्मा सीबीआई ने अपने हाथ में ले लिया हैं। बता दें की 9 जुलाई साल 2018 में यूपी की बागपत जेल में किसी ने गोली मारकर मुन्ना बजरंगी की हत्या कर दी थी। जिसके बाद से जांच में जुटी पुलिस अभी तक हत्या के पीछे के आरोपियों का पता नहीं लगा पाई हैं।
बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह की याचिका पर इलाहबाद हाई कोर्ट ने 25 फरवरी को सीबीआई को मुन्ना बजरंगी की हत्या मामले की जांच का जिम्मा सौपा। सीबीआई अधिकारियों की ओर से रविवार को यह जानकारी दी गई।
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याचिकाकर्ता ने दलील दी थी कि इस हत्या में किसी माफिया की संलिप्तता हो सकती है। उसने कहा था कि इस मामले में जेल अधिकारियों की भी भूमिका संदिग्ध है, इसलिए इस हत्या की जांच सीबीआई को हस्तांतरित की जानी चाहिए।हालांकि राज्य सरकार ने याचिका का विरोध करते हुए कहा था कि चूंकि पहले से तीन जांच चल रही हैं, इसलिए इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की कोई जरूरत नहीं है।
गौरतलब हैं की पहली जांच जिला जज दूसरी जांच जिला मजिस्ट्रेट और तीसरी जांच जेल प्राधिकारियों द्वारा की जा रही है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के अपराधी मुन्ना बजरंगी की बागपत की जेल में नौ जुलाई, 2018 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जेल परिसर के भीतर एक अन्य कैदी गैंगस्टर सुनील राठी ने मुन्ना बजरंगी की कथित तौर पर हत्या की थी।