विश्वविद्यालयों की 30 से 50 प्रतिशत छात्राओं में हिमोग्लोबिन की कमी : राज्यपाल आनंदीबेन - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

विश्वविद्यालयों की 30 से 50 प्रतिशत छात्राओं में हिमोग्लोबिन की कमी : राज्यपाल आनंदीबेन

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने महिलाओं के स्वास्थ्य पर चिन्ता व्यक्त करते हुये कहा कि प्रदेश के महाविद्यालयों की पढ़ई कर रही 30 से 50 प्रतिशत छात्राओं का हिमोग्लोबिन का स्तर मात्र पांच से छह पाया गया है।

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने महिलाओं के स्वास्थ्य पर चिन्ता व्यक्त करते हुये कहा कि प्रदेश के महाविद्यालयों की पढ़ई कर रही 30 से 50 प्रतिशत छात्राओं का हिमोग्लोबिन का स्तर मात्र पांच से छह पाया गया है। श्रीमती पटेल ने मंगलवार को महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के स्थापना समारोह के समापन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह चौकाने वाला और चिनताजनक तथ्य है कि विश्वविद्यालयों की 30 से 50 प्रतिशत छात्राओं में हिमोग्लोबिन मात्र पांच से छह प्रतिशत के बीच पाया गया है। 
उन्होंने कहा ‘‘ मैंने पिछले दिनों कुछ विश्व विद्यालयों में दीक्षांत समारोह में भागीदारी की और छात्राओं के स्वास्थ्य के बारे में सूचनाएं संकलित करने को कहा था। 30 से 50 प्रतिशत छात्राओं में हिमोग्लोबिन की कमी पायी गयी थी। उन्होंने बच्चों की पढ़ई के साथ साथ खेल कूद को आवश्यक बताते हुए कहा कि इस दिशा में विशेष ध्यान की आवश्यकता है। बच्चों पर पढ़ाई का इतना दबाव है कि उन्हें खेलने का समय ही नहीं मिल पाता। 

दिल्ली से लेकर असम तक CAB के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन, मालीगांव में सुरक्षाबलों से भिड़े लोग

राज्यपाल ने कहा कि आजकल लड़कियां अपनी पढ़ाई की प्रतिस्पर्धा में लड़कों से आगे हैं। लड़के पीछे है यह भी चिंता का विषय है। अधिकतर लड़कियां ही टापर है। उन्होंने लड़के और लड़कियों के स्वास्थ की जाँच किए जाने और उनको जागरूक करने की जरूरत को आवश्यक बताया। उन्होंने लड़कियो को अपने स्वास्थ्य और परिवार के स्वास्थ की प्रति विशेष सतर्क और जागरूक रहने पर बल दिया। 
उन्होंने कहा अब पुराने समय की तुलना में अब संसाधन अधिक उपब्लब्ध हैं। इसलिए संसाधनो का उपभोग होना चाहिए। भारत में युवा का प्रतिशत विदेशों की तुलना भरपूर है जबकि दूसरे देशों में 80 प्रतिशत आबादी में 60 से 80 वर्ष के बुजुर्ग हैं। यहाँ युवाशक्ति ज्यादा है। 
युवाओं का आवाहन करते हुए कहा कि उन्हें अनुसाशन, निरंतर पढ़ने की आदत,पानी और भोजन की बर्बादी को रोकना, पर्यावरण के प्रति जागरूक रहना होगा। इस अवसर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की स्थापना, उद्देश्य, शिक्षा और समाज में योगदान की विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि वर्ष 1932 में महंत दिगविजय नाजिन मूल्यों और उद्देश्यों को लेकर इसकी स्थपना की थी। उसी मार्ग पर चल कर आज यह संस्था अग्रसर है। इस अवसर पर 1500 छात्र छात्राओं को राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने पुरस्कृत किया। 
पुरस्कारों के कर्म में पांच स्वर्ण पदक दिए गए। श्रेष्टतम संस्था का स्वर्ण पदक गुरु गोरखनाथ विद्यापीठ, पीपीगंज को, श्रेष्ठतम शिक्षक का बाबा योगिराज गंभीरनाथ स्वर्ण पदक मनोज प्रताप चंद को, स्नातकोतर कक्षाओं मे श्रेष्ठतम विद्यार्थी का ब्रम्हालीन महंत दिग्विजयनाथ स्वर्ण पदक दिगविजयनाथ पीजी कालेज के छात्र दुर्गेश कुमार को और माध्यमिक वर्ग मे श्रेष्ठतम विद्यार्थी का महाराणा मेवाड़ स्वर्ण पदक महाराणा प्रताप सीनियर सेकंड्री स्कूल बेतिया हाता के छात्र शुभम सिन्हा को प्रदान किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

two × four =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।