अयोध्या में राम जन्मभूमि पर मंदिर बनवाने के लिए केंद्र सरकार के गठित ट्रस्ट से संबंधित विवादास्पद जमीन सौदे को लेकर मध्य प्रदेश के एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। इसके जरिए ट्रस्ट के पदाधिकारियों के खिलाफ अमानत में खयानत और धोखाधड़ी के आरोपों में प्राथमिकी पंजीबद्ध किए जाने की मांग की गई है।
प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव और मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने मंगलवार को जारी बयान में बताया कि उन्होंने शहर के छत्रीपुरा पुलिस थाने में सोमवार रात यह शिकायत दर्ज कराई। मिश्रा ने मीडिया की खबरों का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों द्वारा राम मंदिर निर्माण परियोजना के लिए जमीन खरीदने में करीब 16 करोड़ रूपए की हेरा-फेरी की गई। उन्होंने कहा कि इस कृत्य पर ट्रस्ट के पदाधिकारियों के खिलाफ भारतीय दंड विधान के तहत अमानत में खयानत और धोखाधड़ी के आरोपों में प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि मुझे सनातनी हिन्दू होने पर गर्व है और अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए मैंने इसी साल 1,000 रूपए का चंदा दिया था। इस बीच, छत्रीपुरा थाने के प्रभारी पवन सिंघल ने मिश्रा की शिकायत मिलने की पुष्टि करते हुए कहा कि वरिष्ठ पुलिस अफसरों से मार्गदर्शन लेने के बाद इस शिकायत पर उचित कानूनी कदम उठाया जाएगा।
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह और समाजवादी पार्टी के नेता पवन पांडे ने रविवार को आरोप लगाया था कि 18 मार्च को अयोध्या में एक भूखंड का दो करोड़ रूपए में बैनामा (विक्रय विलेख या सेल डीड) कराया गया और इसके कुछ मिनटों बाद ही श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने यह जमीन 18.5 करोड़ रूपए में खरीद ली। उधर, ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय इस जमीन सौदे में घोटाले के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि ये इल्जाम राजनीति से प्रेरित हैं और इनका मकसद दुष्प्रचार फैलाना है।