उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नेताओं में शुमार किए जाने वाले कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन करने वालों का यहां रविवार को तांता लगा रहा। कल्याण सिंह की शवयात्रा उनके पैतृक गांव अतरौली होते हुए बुलंदशहर नरौरा के राज घाट तक 3 बजे तक पहुंचेगी। उत्तर प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर का नरौरा स्थित राजघाट पर सोमवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनके अंतिम संस्कार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्र सरकार के कई मंत्री, भाजपा शासित प्रदेशों की सरकारों के मुख्यमंत्री, पार्टी के पदाधिकारी और हजारों समर्थक मौजूद रहेंगे।
रविवार को पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में जब प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और महामंत्री संगठन सुनील बंसल उनकी देह पर झंडा लपेट रहे थे, तब बाबूजी के वह कथन याद कर कई कार्यकर्ताओं की आंखें नम हो गईं।इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री तथा पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह की पार्थिव देह का अंतिम दर्शन करने के बाद उनको श्रद्धांजलि दी। कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कल्याण सिंह ने भारतीय जनता पार्टी तथा भारतीय जन संघ को एक विचार देने के साथ ही साथ देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए खुद को समर्पित किया। कल्याण सिंह जी भारत के कोने-कोने में विश्वास का नाम बन गए थे।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का शनिवार को लखनऊ के संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसजीपीजीआई) में निधन हो गया। वो बीते चार जुलाई से अस्पताल में भर्ती थे। डॉक्टरों ने बताया कि सेप्सिस और मल्टी ऑर्गन फेल्योर के कारण उनका निधन हुआ है।