कानपुर से उत्तर प्रदेश पुलिस का बर्बरता वाला वीडियो सामने आया है। वायरल वीडियो में पुलिस एक युवक लाठियां बरसा रही है, जिसकी गोद में एक बच्चा भी है। इस दौरान बच्चा ज़ोर-ज़ोर से रो रहा है। पुलिस की इस करतूत पर पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने प्रदेश सरकार को निशाने पर लिया।
कानुपर देहात से पुलिस बर्बरता के एक मिनट के इस वीडियो में पुलिस एक शख्स को मार रही है, इस दौरान वह लगतार पुलिस से उसको न मारने की अपील कर रहा है। शख्स कह रहा है कि उसे न मारे, बच्चे को लग जाएगी। लेकिन पुलिसवाला मानने को तैयार नहीं था।
इतना ही नहीं वीडियो में एक पुलिस कर्मी युवक की गोद से बच्चे को छीन रहा है। इस दौरान बच्चा लगातार रो रहा है। वीडियो में एक पुलिस कर्मी द्वारा बच्चे को छीनने की कोशिश भी की जा रही है। हालांकि बाद में पुलिस कर्मी ने बच्चे को छोड़ दिया।
यूपी पुलिस की इस शर्मनाक हरकत पर बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने कहा, सशक्त कानून व्यवस्था वो है जहां कमजोर से कमजोर व्यक्ति को न्याय मिल सके। यह नहीं कि न्याय मांगने वालों को न्याय के स्थान पर इस बर्बरता का सामना करना पड़े,यह बहुत कष्टदायक है। भयभीत समाज कानून के राज का उदाहरण नहीं है। सशक्त कानून व्यवस्था वो है जहां कानून का भय हो, पुलिस का नहीं।
दरअसल, गुरुवार को कानपुर देहात के थाना अकबरपुर क्षेत्र में स्थित जिला अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी रजनीश शुक्ला के नेतृत्व में 100-150 लोग अव्यवस्थाओं को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे। उन्होंने अस्पताल की ओपीडी को भी बंद कर दिया था। धरना-प्रदर्शन की जानकारी मिलने पर मौके पर पुलिस पहुंची। इसी दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच कहासुनी हो गई। इसके बाद थाने से अतिरिक्त पुलिसबल पहुंचा।सशक्त कानून व्यवस्था वो है जहां कमजोर से कमजोर व्यक्ति को न्याय मिल सके।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) December 10, 2021
यह नहीं कि न्याय मांगने वालों को न्याय के स्थान पर इस बर्बरता का सामना करना पड़े,यह बहुत कष्टदायक है।भयभीत समाज कानून के राज का उदाहरण नहीं है।
सशक्त कानून व्यवस्था वो है जहां कानून का भय हो,पुलिस का नहीं। pic.twitter.com/xoseGpWzZH
इसी बीच प्रदर्शनकारी उग्र हो गए, जिसके बाद पुलिस ने लाठियां बरसाना शुरू किया। घटना पर पुलिस का कहना है कि रजनीश शुक्ला के नेतृत्व में प्रदर्शनकारी अस्पताल में कर्मचारियों और मरीजों को परेशान कर रहे थे। सूचना पर पुलिस पहुंची और उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। पुलिस का कहना है कि उन्होंने चौकी इंचार्ज और कुछ सिपाहियों को एक कमरे में बंद कर दिया और अभद्रता का प्रयास किया।
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इस पर थानाध्यक्ष अतिरिक्त पुलिसबल के साथ पहुंचे उन्हें समझाने का प्रयास किया। लेकिन, रजनीश शुक्ला ने और उग्र होते हुए थानाध्यक्ष का अंगुठा दांत से काट लिया। पुलिस के मुताबिक, अस्पताल में अराजकता का मौहाल पैदा हो गया था। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हल्का पुलिस बल का इस्तेमाल किया गया।
वीडियो में पुलिस की लाठी से बच रहा व्यक्ति रजनीश शुक्ला का भाई है। वह भीड़ को उकसाने का काम कर रहा था और रोकने पर पुलिस से अभद्रता कर रहा था। पुलिस का कहना है कि रजनीश शुक्ला पूर्व में एसडीएम पर हमला करने का मामला दर्ज है, जो कोर्ट में विचाराधीन है।