लखनऊ गोलीकांड में पीड़ित से आरोपी बने बीजेपी सांसद के फरार बेटे ने कोर्ट में सरेंडर करने के लिए अर्जी दी है। 3 मार्च को गोली लगने के बाद आयुष धोखाधड़ी और साजिश के मामले में फरार हो गया था। बीजेपी सांसद कौशल किशोर के बेटे आयुष ने लखनऊ कोर्ट में सरेंडर के लिए अर्जी दाखिल की है।
मंड़ियांव पुलिस ने कोर्ट में कहा है कि उसे आयुष के सरेंडर करने से कोई आपत्ति नहीं है। इस मामले पर कोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई होनी है, वहीं आयुष के गुरुवार को सरेंडर करने की उम्मीद है। बता दें कि आयुष को 2 मार्च की रात को गोली मारी गई थी और सीसीटीपी फुटेज देखने के बाद पुलिस ने उसके बहनोई आदर्श को गिरफ्तार कर लिया था। फिर जब पुलिस ने कहा था कि आयुष पर हमला करने का नाटक रचा गया था तो वह अस्पताल से उपचार लेने के बाद वह लापता हो गया था।
बाद में आयुष ने एक वीडियो मैसेज भेजा और इसमें उसने अपनी पत्नी अंकिता पर हनी-ट्रैप में फंसाने का आरोप लगाया।आयुष ने कहा है, “2 मार्च की रात मुझ पर हमला करके मुझे मारने की कोशिश की गई थी। मैं पुलिस के सभी सवालों का जवाब देने के लिए तैयार हूं।” उसने यह भी कहा कि वह 7 महीने पहले अंकिता से मिला था और उससे प्यार हो गया। उसने अपने माता-पिता की मर्जी के खिलाफ जाकर उससे शादी की। बल्कि उसने अपने पिता को इमोशनली ब्लैकमेल करने के लिए रेलवे ट्रैक पर बैठकर आत्महत्या करने की धमकी भी दी।
उसने आगे कहा, “अंकिता जैसी लड़कियां अमीर लड़कों को अपने जाल में फंसाती हैं।” इस बीच उसकी पत्नी अंकिता ने पुलिस पर भाजपा सांसद के दबाव में आकर कार्रवाई करने का आरोप लगाया है। साथ ही सच सामने लाने के लिए आयुष और उसके परिवार के सदस्यों का नार्को टेस्ट कराने की मांग की है।
अंकिता ने मीडिया से कहा, “मुझे राज्य की पुलिस पर भरोसा नहीं है और हम चाहते हैं कि यह मामला सीबीआई को दे दिया जाए ताकि सच सामने आ सके। मेरी शादी से पहले जन्मे बेटे के पिता की पुष्टि करने के लिए मैं उसका डीएनए टेस्ट भी कराना चाहती हूं।”
उसने आयुष के उन आरोपों से भी इनकार किया कि जिसमें उस पर आरोप लगाया गया है कि आयुष पर गोली चलाए जाने से पहले अंकिता ने उसे मारने के लिए ड्रग दी थी। इस पर अंकिता ने जांच के लिए भोजन के नमूने देने की इच्छा जताई है। उसने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने आयुष के खिलाफ उसकी शिकायत दर्ज नहीं की थी और उसे पूरी रात थाने में बैठने के लिए मजबूर किया था।