लखनऊ के सआदतगंज थाना क्षेत्र में बीच सड़क पर हिस्ट्रीशीटर अन्नू अनवर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। सड़क पर मौजूद लोगों ने बदमाश का पीछा कर उसे पकड़ लिया। बाद में उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया। पूछताछ के बाद पुलिस ने 1 मुख्य आरोपी शारीक को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा कर दिया।
40 वर्षीय अन्नू अनवर खिलाफ 17 आपराधिक मामले दर्ज थे। खबरों के मुताबिक, अन्नू देर रात एक भोजनालय में समोसा खा रहा था, तभी हमलावर ने उसे घेर लिया और गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। उसे केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी) पश्चिम चिरंजीव नाथ सिन्हा ने कहा कि शारिक के रूप में पहचाने जाने वाले हमलावर को जनता ने काबू कर लिया और बाद में पुलिस को सौंप दिया। सिन्हा ने कहा, “हम अनवर की हत्या का सही कारण जानने के लिए शारिक से पूछताछ कर रहे हैं। उसके पास से 315 बोर की एक पिस्तौल बरामद की गई है।”
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शारिक भोजनालय पहुंचा और अन्नू से झगड़ा करने लगा। शारिक ने अचानक पिस्टल निकालकर अनवर पर गोली मार दी। अन्नू के सिर में गोली लगी और वह गिर पड़ा। सूत्रों के मुताबिक, अन्नू का भाई शारिक की बेटी को परेशान किया करता था और इसलिए उसने यह कदम उठाया।
आरोप है कि मृतक कुख्यात सीरियल किलर भाइयों के गिरोह सलीम-रुस्तम-सोहराब का सदस्य था। गिरोह और उसके साथियों के खिलाफ शहर के विभिन्न थानों में करीब 70 मामले दर्ज हैं और वे फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद हैं।