धर्मांतरण मामले में उत्तर प्रदेश एटीएस ने मौलाना कलीम सिद्दीकी को गिरफ्तार किया है। मौलाना कलीम सिद्दीकी ग्लोबल पीस सेंटर के अध्यक्ष हैं और जमीयत-ए-वलीउल्लाह के भी अध्यक्ष हैं। उनको मेरठ से गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में मुफ्ती काजी और उमर गौतम की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है दोनों से कलीम सिद्दीकी के लिंक मिले हैं। आरोप है कि विदेश से करोड़ों रूपए कलीम सिद्दीकी के खाते में आए थे।
उत्तर प्रदेश एटीएस की तरफ से इसपर प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की गई। इसमें बताया गया कि मौलाना कलीम सिद्दीकी पर हवाला के जरिए अवैध धर्मांतरण के लिए फंडिंग जुटाने का आरोप है। आरोपी मौलाना को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर दिया गया है। सिद्दीकी पर आरोप है कि वह लालच देकर लोगों को धर्मांतरण के लिए उकसाते थे। वह अपना ट्रस्ट चलाने के साथ तमाम मदरसों को भी फंडिंग करते थे। मौलाना कलीम को विदेशों से भारी धनराशि हवाला और अवैध तरीके से भेजी जाती थी।
अमानतुल्लाह खान ने उनकी गिरफ्तारी पर विरोध भी जताया। उन्होंने लिखा, ‘उत्तर प्रदेश में चुनाव से पहले अब मशहूर इस्लामिक स्कॉलर मौलाना कलीम सिद्दीकी को गिरफ्तार किया गया है, मुसलमानों पर अत्याचार बढ़ता जा रहा है। इन मुद्दों पर सेक्यूलर पार्टियों की खामोशी भाजपा को और मज़बूती दे रही है।