बरेली के आला हजरत से जुड़े मौलाना तौकीर रजा ने समाजवादी पार्टी (सपा) को मुसलमानों के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से भी ज्यादा नुकसानदेह बताया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सही मायनों में धर्म निरपेक्ष दल की भूमिका निभा रही कांग्रेस के हाथों को विधानसभा चुनाव में मजबूत करने की जरूरत है।
कांग्रेस के प्रदेश दफ्तर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने के बाद मौलाना ने कहा कि अखिलेश यादव मुसलमानों के लिए बीजेपी से भी खराब हैं। उनके हाथ गैर जिम्मेदार है जिन पर सूबे की बागडोर सौंपना मुनासिब नहीं होगा। प्रदेश को यादववाद और जाटववाद की बजाय मानववाद की ज्यादा जरूरत है।
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उन्होंने कहा ‘‘ कुछ लोगों की गलतफहमी से हम लोग कांग्रेस से दूर हुए थे। हमने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को सच्चा सेक्युलरिस्ट पाया है। कांग्रेस के हाथों को मजबूत करने का काम करना है। देश प्रदेश की भलाई के लिए कांग्रेस का आना जरूरी है। बीजेपी सरकार की मनहूसियत से बचाने के लिये कांग्रेस को लाना ही होगा।’’
प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि योगी और अखिलेश नूरा कुश्ती खेल रहे हैं।गरीब, नौजवान, महिला और किसान की बात नहीं हो रही। यूं कहा जाए कि प्रदेश में इवेंट मैनेजमेंट की पॉलिटिक्स हो रही जो जनता की समस्यायों और उसके सीधे सवालों से बचते हैं।
पिछले एक दशक में यहां सपा और बीजेपी ने शासन किया है। इस नाते दोनो को अपना रिपोर्ट कार्ड पेश करना चाहिए। उन्होने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था,महिला सुरक्षा और भ्रष्टाचार एवं बेरोजगारी समेत तमाम ज्वलंत मुद्दे है मगर चुनाव को जानबूझ कर जाति और धर्म की ओर मोड़ा जा रहा है जो गलत है। अब प्रदेश में मुद्दों की राजनीति होगी, जाति और धर्म की नहीं।