उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले राज्य की सियासत में हर रोज बड़े फेरबदल हो रहे हैं, सभी पार्टियों में समीकरण बदल रहे हैं। इसी कड़ी में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमों मायावती को बड़ा झटका लगा है, दरअसल हाथरस की विधानसभा सीट सादाबाद के बसपा विधायक रामवीर उपाध्याय ने शुक्रवार को यानी आज पार्टी की सदस्य्ता से इस्तीफा दे दिया है। रामवीर उपाध्याय 25 साल से बसपा में थे और 5 बार विधायक बने, वह बसपा सरकार में ऊर्जा एवं परिवहन मंत्री रह चुके हैं।
BSP से 2019 से निलंबित है विधायक, BJP में हो सकते हैं शामिल
हालांकि, रामवीर उपाध्याय 2019 से बसपा से निलंबित थे। विधायक के पार्टी से इस्तीफा देने के बाद से ही उत्तर प्रदेश में अटकलों का बाजार फिर गर्म हो गया है, कयास लगाए जा रहे हैं कि रामवीर उपाध्याय राज्य की वर्तमान सत्तरूण दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का कमल थाम सकते हैं। बीते दिनों यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा विधायक की तारीफ कर चुके हैं इसलिए ऐस मन जा रहा है कि रामवीर बीजेपी के संपर्क में हैं।
रामवीर उपाध्याय के भाई तथा परिवार के अन्य सदस्य पहले ही BJP में शामिल
रामवीर उपाध्याय के भाई तथा परिवार के अन्य सदस्य पहले से ही भाजपा में हैं। माना जा रहा है कि वह भी भाजपा का दामन थाम सकते हैं। बता दें कि चुनावी रणनीति के तहत भाजपा अपनी पहली लिस्ट में लगभग 95 उम्मीदवारों के नाम का एलान कर सकती है। बची हुई 18 सीटों पर इसके कुछ दिन बाद उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी। प्रदेश में पहले चरण के तहत 10 फरवरी को 58 सीटों पर मतदान के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 21 जनवरी और दूसरे चरण के तहत 14 फरवरी को 55 सीटों पर मतदान के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 28 जनवरी है।