राजस्थान के अलवर में 300 साल पुराने शिवमंदिर को तोड़े जाने को लेकर राज्य की कांग्रेस सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई। मंदिर तोड़े जाने को लेकर बहुजन समाज पार्टी (BSP) प्रमुख मायावती ने गहलोत सरकार पर हमला बोला। इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी शासित राज्यों में चल रही बुलडोजर कार्रवाई पर सवाल खड़े किए।
बीएसपी प्रमुख मायावती ने शनिवार को ट्वीट कर लिखा कि राजस्थान के कांग्रेसी राज अलवर में अतिक्रमण की आड़ में मन्दिर तोड़ना तो कहीं BJP शासित राज में दूसरे धर्म के स्थलों को नुकसान पहुंचाना व गरीबों के आशियाने उजाड़ना आदि सब घिनौनी राजनीति नहीं तो क्या है? जबकि इससे हमारा संविधान कमजोर होगा। ये सब तुरन्त बन्द होना चाहिए।
मंदिर तोड़ना उचित नहीं : गोवा CMराजस्थान के कांग्रेसी राज अलवर में भी अतिक्रमण की आड़ में मन्दिर तोड़ना तो कहीं बीजेपी शासित राज में दूसरे धर्म के स्थलों को नुकसान पहुँचाना व गरीबों के आशियाने उजाड़ना आदि यह सब घिनौनी राजनीति नहीं तो क्या है? जबकि इससे हमारा संविधान कमजोर होगा। यह सब तुरन्त बन्द होना चाहिये।
— Mayawati (@Mayawati) April 23, 2022
अलवर में मंदिर पर चलाए गए बुलडोजर पर गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा भगवान शंकर का 350 साल का पुराना मंदिर तोड़ना उचित नहीं है। हमारी सरकार गोवा में पुर्तगालियों द्वारा तोड़े गए मंदिरों को फिर से बनाने का प्रयास करेगी। हम संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए अपने बजट में 20 करोड़ रुपए रखे हैं।
बुलडोज़र की ख़िलाफत करने वाले गहलोत ने मंदिर पर चलवाया बुलडोज़र
मंदिर विध्वंस पर BJP सांसद किरोड़ी मीणा ने कहा कि हम अलवर में रात भर धरने पर थे लेकिन प्रशासन की ओर से कोई जवाब नहीं आया। अशोक गहलोत ने घरों और एक मंदिर को ध्वस्त करने के लिए बुलडोज़र लगाया, गहलोत साहब देशभर में चल रहे बुलडोज़र की ख़िलाफत करते हैं और खुद यहां बुलडोज़र चलवाते हैं।
दरअसल, अलवर के राजगढ़ में तीन हिंदू मंदिरों को तोड़ा गया है। राजगढ़ प्रशासन ने अतिक्रमण की आड़ में 300 साल पुराने तीन मंदिरों को जमींदोज कर दिया। इस तोड़फोड़ में मंदिरों में लगी भगवान शिव, हनुमान जी समेत अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां खंडित हो गई। स्थानीय लोगों ने जब इसका विरोध किया तो पुलिस ने बल का प्रयोग किया।