तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के चार राज्यसभा सदस्यों के भाजपा में शामिल होने पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने शुक्रवार को भाजपा पर निशाना साधते हुये कहा कि इनमें से दो को आंध्र का माल्या कहा जाता है लेकिन अब वह दूध के धुले हो गए हैं।
मायावती ने शुक्रवार को एक ट्वीट में कहा कि “माननीय राष्ट्रपति सरकार की तरफ से कल देश को अनेकों प्रकार के आश्वासन दे रहे थे उसी दिन बीजेपी ने तेदेपा के चार सांसदों को तोड़ लिया। उनमें से दो को बीजेपी ‘आंध्र का माल्या’ कहती है पर अब वे बीजेपी में आकर दूध के धुले हैं। स्पष्ट है बीजेपी ब्राण्ड ऑफ पॉलिटिक्स में सब जायज है कुछ गलत नहीं।”
मा राष्ट्रपति सरकार की तरफ से कल देश को अनेकों प्रकार के आश्वासन दे रहे थे उसी दिन बीजेपी ने टीडीपी के 4 सांसदों को तोड़ लिया। उनमें से 2 को बीजेपी ’आंध्र का माल्या’ कहती है पर अब वे बीजेपी में आकर दूध के धुले हैं। स्पष्ट है बीजेपी ब्राण्ड आफ पालिटिक्स में सब जायज है कुछ गलत नहीं
— Mayawati (@Mayawati) June 21, 2019
गौरतलब है कि तेदेपा के छह राज्यसभा सदस्यों में से चार बृहस्पतिवार को भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने तेदेपा संसदीय दल (राज्यसभा में) का भगवा पार्टी में विलय करने का प्रस्ताव उच्च सदन के सभापति एम वेंकैया नायडू को सौंपा था। इस तरह, राज्यसभा में भाजपा की स्थिति मजबूत होती दिख रही है।
तेदेपा के राज्यसभा सदस्य वाईएस चौधरी के नेतृत्व में पार्टी के चार सदस्यों (उच्च सदन के) ने इस सिलसिले में एक प्रस्ताव पारित किया। इसके बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी। चौधरी लंबे समय से तेदेपा प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू के विश्वस्त सहयोगी माने जाते थे।
सूत्रों के अनुसार राज्यसभा में तेदेपा के चार सदस्यों- वाई एस चौधरी, सी एम रमेश, जी मोहन राव, और टी जी वेंकटेश-ने अपने धड़े का भाजपा में विलय करने के अनुरोध का प्रस्ताव नायडू को सौंपा है।