कानपुर में एक मुस्लिम ई-रिक्शा चालक की पिटाई और उससे जबरन ‘जय श्री राम’ का नारा लगवाने के मामले को अल्पसंख्यक आयोग ने गंभीरता से लेते हुए कानपुर के पुलिस कमिश्नर को नोटिस जारी किया है। आयोग ने 72 घंटे के भीतर पुलिस कमिश्नर से इसपर जवाब मांगा है।
अल्पसंख्यक आयोग के सचिव इच्छा राम ने कानपुर के पुलिस कमिश्नर को नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब मांगा है। आयोग ने पुलिस कमिश्नर से तीन दिन में पूरे मामले पर विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है। आयोग ने निर्देश भी दिए हैं कि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए इंतजाम किए जाएं।
अल्पसंख्यक आयोग ने आरोपियों के खिलाफ दर्ज मामले के संबंध में जानकारी मांगी है। इसके साथ ही यह भी पूछा है कि अब तक हमलावरों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है। आयोग ने जिन पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में पिटाई हुई, उनके खिलाफ हुई कार्रवाई के संबंध में भी जानकारी मांगी।
दरअसल, कानपुर के बर्रा इलाके में कच्ची बस्ती में बुधवार को 45 वर्षीय असरार अहमद को कुछ व्यक्तियों द्वारा पीटने और उससे ‘जय श्री राम’ का नारा लगवाने का मामला सामने आया। इस घटना का वीडियो भी सामने आया। लगभग एक मिनट का ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।
वीडियो में ई रिक्शा चालक की नाबालिग बेटी बिलखते हुए अपने पिता को छोड़ देने, न पीटने के लिए हमलावरों से गुहार लगाती भी दिख रही थी। मामले में गुरुवार रात तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार लोगों में से एक अमन गुप्ता विश्व हिंदू परिषद से जुड़ा है। पुलिस के अनुसार गुप्ता के अलावा राजेश उर्फ जय और राहुल को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों की उम्र 25 से 30 वर्ष के बीच है और वे बर्रा इलाके के निवासी हैं।