प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अयोध्या में भव्य राम मंदिर की नींव रख दी। सम्पूर्ण अयोध्या नगरी ‘जय श्रीराम’ के नारों से गूंज रही है, पूरा देश आज राम नाम में लीन है। इस ऐतिहासिक समय पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास भी मौजूद रहे।
भूमि पूजन के बाद आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने लालकृष्ण आडवाणी, अशोक सिंघल और अन्य के योगदान को याद करते हुए कहा कि राम मंदिर निर्माण के संकल्प को पूरा करने के लिए समान विचारधारा के संगठनों ने लगभग 30 साल तक संघर्ष किया।
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पूरे देश में आज आनंद की लहर है। सदियों की आस पूरी होने का आनंद है। सबसे बड़ा आनंद है भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जिस आत्माविश्वास की आवश्यकता थी उसका शगुन-साकार अधिष्ठान आज हो रहा है। आज हमें तीस साल की मेहनत का फल मिला है। मंदिर निर्माण के लिए हजारों लोगों ने बलिदान दिया। आज हमारा संकल्प पूरा हो गया है।
उन्होंने कहा कि हमने एक संकल्प लिया। मुझे याद है कि तत्कालीन आरएसएस प्रमुख बालासाहेब देवरस ने हमें बताया था कि हमें 20-30 साल तक संघर्ष करना होगा, तभी यह पूरा होगा। हम 30 साल तक संघर्ष करते रहे और 30 वें वर्ष में, हमने अपने संकल्प को पूरा करने की खुशी प्राप्त की।
हमारा देश वासुदेव कुतुभकम ’यानी विश्व एक परिवार है पर विश्वास करता है। हम सबको साथ लेकर चलने में विश्वास करते हैं। आज एक नए भारत की नई शुरुआत है। जिनका जो काम है वो करेंगे, अब हम सब लोगों को अपने मन की अयोध्या को सजाना सवांरना है। हिंदू धर्म सबकी उन्नती करने वाला और सबको समान मानने वाला धर्म है।