उत्तर प्रदेश में राज्य बेसिक शिक्षा विभाग अब प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाले 1.5 करोड़ से अधिक छात्रों का शैक्षिक कौशल बढ़ाने के लिए ग्रेडेड पठन पुस्तकें मुहैया करा रहा है।
इन ग्रेडेड पुस्तकों को पढ़ने से छात्रों की सीखने की क्षमता में वृद्धि होगी। इस पुस्तक की भाषा को बहुत सरल रखा गया है, जिससे बच्चे आसानी से पढ़ और सीख सकेंगे। इसके अलावा, राज्य के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों का रिपोर्ट कार्ड स्कूल में माता-पिता के साथ फॉर्मल मीटिंग के दौरान साझा किया जाएगा।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, बेसिक शिक्षा विभाग ने हाल ही में छात्रों में शिक्षा कौशल बढ़ाने के लिए एक सपोर्टिव एप्टिट्यूड टेस्ट (एसएटी) आयोजित की थी। इस टेस्ट में, छात्रों को ए से ई तक ग्रेड दिए गए थे। अधिकारियों ने कहा कि जिन्हें ग्रेड डी और ई मिला है, उन छात्रों के लिए स्कूलों में अलग से रीमिडिअल कक्षाएं चलाई जाएंगी।
बेसिक शिक्षा विभाग ने प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की प्रगति की जांच करने के लिए एक ‘रियल-टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम’ भी पेश की है। अधिकारियों ने कहा कि यह औसत छात्रों की पहचान करेगा और उनके लिए अलग कक्षाएं संचालित करेगा, ताकि वे अन्य छात्रों के साथ शीर्ष रैंक के लिए भी प्रतिस्पर्धा कर सकें।