एक तरफ जहां लोगों को नए साल के आगमन का इंतजार है वहीं कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन ने आम जिंदगी में खलल डालना शुरू कर दिया है। कई राज्यों में ओमिक्रोन के मामले तेजी से बढे है और केंद्र सरकार ने बढ़ते संक्रमण के मामलों को देखते हुए सख्ती बरतने के निर्देश भी दिए है।संक्रमण के मामलों की गंभीरता को देखते हुए अब यूपी सरकार ने भी बड़ा एक्शन लिया है।
शादी – समारोहों को लेकर भी नियम सख्त
देश के विभिन्न राज्यों में ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने क्रिसमस के दिन यानी 25 दिसंबर से राज्य में रात का कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है। योगी सरकार ने नाईट कर्फ्यू के साथ-साथ शादी- बारात के आयोजनों में कोविड प्रोटोकॉल के साथ 200 लोगों की अनुमति होगी। इस बाबत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्चस्तरीय टीम-09 को दिशा-निर्देश दे दिए हैं।
राज्य में रात्रि 11 बजे से सुबह 5 बजे तक अगले आदेश तक रात्रि कर्फ्यू रहेगा। यह ध्यान देने योग्य है कि भारत में ओमिक्रोन मामले की संख्या 350 को पार कर गई है और आने वाले उत्सवों के कारण इसके बढ़ने की संभावना है।
मास्क नहीं तो सामान नहीं
बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने यह भी हिदायत दी कि बाजारों में “मास्क नहीं तो सामान नहीं” के संदेश के साथ व्यापारियों को जागरूक करें और बिना मास्क कोई भी दुकानदार ग्राहक को सामान न दे। बयान के अनुसार सड़कों या बाजारों में हर किसी के लिए मास्क अनिवार्य किया जाए और पुलिस बल लगातार गश्त करे।
बस, रेलवे और हवाई अड्डे पर अतिरिक्त सतर्कता
यह भी कहा गया है कि देश के किसी भी राज्य से अथवा विदेश से उत्तर प्रदेश की सीमा में आने वाले हर एक व्यक्ति की जांच एवं उसके स्वास्थ्य पर लगातार नजर रखी जाए और बस, रेलवे और हवाई अड्डे पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जाए। इसमें कहा गया है कि निगरानी समितियों ने कोरोना प्रबंधन में सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर के दृष्टिगत गांवों और शहरी वार्डों में निगरानी समितियों को पुनः सक्रिय किया जाए। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले हर एक व्यक्ति की जांच कराएं और उनके स्वास्थ्य पर सतत नजर रखी जाए।
जानिये क्या है योगी सरकार की तैयारियां
आवश्यकतानुसार लोगों को पृथक किया जाए, अस्पतालों में भर्ती कराया जाए। उन्होंने कहा, ‘‘कोविड-19 की तीसरी लहर की आशंका के दृष्टिगत हमने पूर्व में व्यवस्थित तैयारियां की हैं, जिनका पुनर्परीक्षण कर लिया जाए। प्रदेश के सभी शासकीय या निजी चिकित्सा संस्थानों में उपलब्ध चिकित्सकीय सुविधाओं की बारीकी से परख कर ली जाए। औद्योगिक इकाइयों में कोविड-19 हेल्प डेस्क और डे केयर सेंटर फिर सक्रिय करें।’’
अधिकारियों ने जानकारी दी कि कोविड-19 से बचाव के लिए ‘ट्रेसिंग, टेस्टिंग, ट्रीटमेंट’ (यानी मरीज की जांच, उसके स्वास्थ्य पर नजर रखना और उसका इलाज) और टीकाकरण की नीति के सही क्रियान्वयन से प्रदेश में स्थिति नियंत्रित है और बीते 24 घंटे में हुई एक लाख 91 हजार 428 नमूनों की जांच में कुल 49 नये संक्रमितों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 12 लोग उपचारित होकर कोरोना वायरस संक्रमण से मुक्त भी हुए।