GSI ने सोनभद्र को लेकर किया खुलासा , कहा - 3 हजार टन नहीं, 160 किलो सोना निकलने की संभावना - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

GSI ने सोनभद्र को लेकर किया खुलासा , कहा – 3 हजार टन नहीं, 160 किलो सोना निकलने की संभावना

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले की सोन और हरदी पहाड़ी में तीन हजार टन सोना मिलने की संभावना के दावा को जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआई) ने शनिवार को खारिज कर दिया

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले की सोन और हरदी पहाड़ी में तीन हजार टन सोना मिलने की संभावना के दावा को जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआई) ने शनिवार को खारिज कर दिया। जीएसआई के निदेशक डॉ. जी.एस. तिवारी ने कहा कि ‘सोनभद्र जिले में सिर्फ 52,806.25 टन स्वर्ण अयस्क मिलने की संभावना है, जिसमें कुल 160 किलोग्राम सोना निकल सकता है।’
सोनभद्र जिले के खनिज अधिकारी के.के. राय ने शुक्रवार को दावा किया था कि ‘सोनभद्र की सोन पहाड़ी और हरदी पहाड़ी में क्रमश: 2,943.26 टन और 646.16 टन सोने का भंडार मिला है।’ लेकिन भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) के निदेशक डॉ. जी.एस. तिवारी ने शनिवार को कहा कि ‘जीएसआई ने सोनभद्र में इस तरह के भंडार का अनुमान नहीं लगाया है। बल्कि 52,806.25 टन स्वर्ण अयस्क मिला है, न कि शुद्ध सोना।’
उन्होंने बताया कि मिले स्वर्ण अयस्क में सिर्फ 3.03 ग्राम प्रति टन शुद्ध सोना निकल सकता है, जो लगभग पूरे अयस्क में 160 किलोग्राम ही हो सकता है। 
वहीं, कोलकाता में जीएसआई के महानिदेशक एम. श्रीधर ने कहा कि ‘जीएसआई की ओर से इस तरह का डाटा किसी को नहीं दिया जाता। जीएसआई ने सोनभद्र में इतना सोना होने का अनुमान नहीं लगाया।’
 
उन्होंने कहा कि राज्य यूनिट के साथ सर्वे करने के बाद किसी धातु के मिलने की जानकारी साझा की जाती है। जीएसआई (उत्तर क्षेत्र) ने इस क्षेत्र (सोनभद्र) में 1998-99 और 1999-2000 में खुदाई की थी, वह रिपोर्ट उत्तर प्रदेश के डीजीएम के साथ साझा कर दी गयी थी, ताकि आगे की कार्रवाई कर सकें। 
श्रीधर ने कहा, ‘सोने के लिए जीएसआई की तरफ से चली खुदाई संतोषजनक नहीं थी और हम सोनभद्र जिले में सोने के विशाल स्रोत के परिणाम से भी बहुत ज्यादा उत्साहित नहीं थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

eight + twelve =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।