आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिला प्रशासन शासन के निर्देश पर अपराधी विकास दुबे, उसकी पत्नी,पिता,भाई व परिजनों की जमीनों का ब्योरा खंगाला जा रहा है।अभी तक बिकरू,बसेन, भीटी गांव में ही जमीन का पता लगा सका है। वही सूत्रों के मुताबिक अन्य कई गांव में उसके व परिवार के लोगों के नाम काफी कृषि भूमि व अन्य संपत्ति मिलने की उम्मीद है जिसको लेकर जिला प्रशासन और से गांव-गांव गोपनीय टीम भेजकर कब्जाई गई संपत्ति का भी ब्योरा एकत्र किया जा रहा है। साथ ही साथ देश के बाहर संपत्ति होने की बात भी सामने आ रही है जिसको लेकर जिला प्रशासन जानकारी इकट्ठा करने में जुटा हुआ है।
कानपुर जिला प्रशासन की तरफ से मिले निर्देश पर राजस्व टीम की तरफ से यह भी जानकारी करी जा रही है कि आसपास के क्षेत्र में कितने प्रॉपर्टी डीलर है जो कि अपराधी विकास दुबे से जुड़े थे और उसके माध्यम से जमीनों की खरीद-फरोख्त करते रहे हैं। प्रॉपर्टी डीलरों से यह भी जानकारी जुटाने का प्रयास कर रहे हैं कि ऐसी कौन-कौन सी संपत्तियां हैं जिनका क्रय विक्रय अपराधी विकास दुबे के देखरेख में होता आया है और जमीनों की खरीद-फरोख्त में किस माध्यम से अपराधी विकास दुबे जमीन खरीदा था और किस-किस के नाम जमीन उसने खरीद रखी है। सीधे तौर पर जिला प्रशासन अब उन सभी लोगों की तलाश भी कर रही है जिनके माध्यम से अपराधी विकास दुबे अकूत संपत्ति के साथ साथ करोड़ रुपए का मालिक बन बैठा है।
सूत्रों ने बताया कि विकास की अकूत और अवैध संपत्ति पर अब ईडी की निगाह भी पड़ गई है जिसके चलते देश से लेकर विदेश तक की संपत्ति की जांच अब शुरू हो गई है। वही संदेह के आधार पर गिरफ्तार किए गए जय बाजपेई से भी एसटीएफ जानकारी एकत्र कर रही है। जल्द ही ईडी भी जय बाजपेई से पूछताछ कर सकती है।जानकारी के मुताबिक़ अपने फाइनेंसर और सबसे विश्वस्त जय बाजपेयी के जरिये विकास दुबे ने अपनी काली कमाई का हिस्सा दुबई और थाईलैंड में निवेश किया था।