भर्तियों में भ्रष्टाचार, पेपर आउट ही भाजपा सरकार की पहचान बन चुका है। आज यूपी टेट का पेपर आउट होने की वजह से लाखों युवाओं की मेहनत पर पानी फिर गया।
हर बार पेपर आउट होने पर @myogiadityanath जी की सरकार ने भ्रष्टाचार में शामिल बड़ी मछलियों को बचाया है, इसलिए भ्रष्टाचार चरम पर है। pic.twitter.com/gdEz5az7iq
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 28, 2021
सपा प्रमुख और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को ट्वीट किया, ‘‘उप्र टीईटी 2021 की परीक्षा का पेपर लीक होने की वजह से रद्द होना, बीसों लाख बेरोजगार अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। बीजेपी सरकार में पेपर लीक होना, परीक्षा व परिणाम रद्द होना आम बात है।’’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘उत्तर प्रदेश शैक्षिक भ्रष्टाचार के चरम पर है।’’ यादव ने कहा, ‘‘बेरोजगारों का इंकलाब होगा, 2022 में बदलाव होगा।’’
UPTET 2021 की परीक्षा का पेपर लीक होने की वजह से रद्द होना बीसों लाख बेरोज़गार अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। भाजपा सरकार में पेपर लीक होना, परीक्षा व परिणाम रद्द होना आम बात है।
उप्र शैक्षिक भ्रष्टाचार के चरम पर है।
बेरोज़गारों का इंक़लाब होगा ~ बाइस में बदलाव होगा!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 28, 2021
उत्तर प्रदेश में आज होने वाली उप्र टीईटी (अध्यापक पात्रता परीक्षा)-2021 प्रश्न पत्र लीक होने की वजह से परीक्षा रद्द कर दी गई और पुलिस ने इस मामले में प्रश्न पत्र लीक करने वाले गिरोह के 26 सदस्यों को राज्य के विभिन्न जिलों से गिरफ्तार किया है। यह परीक्षा राज्य के सभी 75 जिलों के 2,736 परीक्षा केंद्रों पर होनी थी और इसमें 19 लाख 99 हजार 418 परीक्षार्थी शामिल होने वाले थे।