नए साल के दूसरे दिन विपक्ष एकता पड़ी कमजोर, राहुल बोले - विपक्षी दलों में राष्ट्रीय दृष्टिकोण नहीं - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

नए साल के दूसरे दिन विपक्ष एकता पड़ी कमजोर, राहुल बोले – विपक्षी दलों में राष्ट्रीय दृष्टिकोण नहीं

नए साल की शुरुआत होते ही विपक्ष एक- दूसरे पर हमलावार हो रहे है वहीं 2024 में आम चुनाव होने है। कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने टिप्पणी करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय दृष्टिकोण नहीं है विपक्षी पार्टियों के बीच दोषारोपण का एक नया युग शुरु हो गया है। जिससे बीजेपी पार्टी को फायदा होता है।

नए साल की शुरुआत होते ही विपक्ष एक- दूसरे पर हमलावार हो रहे है वहीं 2024 में आम चुनाव होने है। कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने टिप्पणी करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय दृष्टिकोण नहीं है विपक्षी पार्टियों के बीच दोषारोपण का एक नया युग शुरु हो गया है। जिससे बीजेपी पार्टी को फायदा होता है और इससे भाजपा खुश है। 
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा, कि उनकी पार्टी का राष्ट्रीय दृष्टिकोण सही है  और वह राष्ट्रहित में मजबूत राजनीतिक हस्तक्षेप करती रही है।
सपा, भारतीय संविधान में रखती है विश्वास 
पार्टी प्रमुख ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि सपा पूरी तरह से भारतीय संविधान में विश्वास करती है और लोकतंत्र, समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, देश की संप्रभुता, एकता और अखंडता को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए उनकी पार्टी संकल्पित है। समाजवादी पार्टी देश के विकास पर पैनी नजर रखते हुए राष्ट्रहित में मजबूत राजनीतिक दखलंदाजी करती रही है। अखिलेश ने उत्तर प्रदेश में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का समर्थन करने की खबरों को भी खारिज कर दिया।सपा के सहयोगी दल राष्ट्रीय लोकदल ने यात्रा में शामिल होने के सवाल को पहले ही ठुकरा दिया है।
मायावती ने दलितों की दुर्दशा के लिए कांग्रेस को ठहराया जिम्मेदार
इस बीच बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने देश में ओबीसी और दलितों की दुर्दशा के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए नए साल का स्वागत किया।उन्होंने आरोप लगाया कि सपा आरक्षण के मुद्दे पर ओबीसी और दलितों को एक कच्चा सौदा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। सपा ने तुरंत हमले का पलटवार किया और पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि लोग जानते हैं कि मायावती किसका समर्थन कर रही हैं और उनकी कोई नहीं सुनेगा।शिवपाल ने इटावा में संवाददाताओं से कहा, हर कोई जानता है कि वह (बसपा प्रमुख मायावती) किसके साथ रही हैं और किसके लिए काम कर रही हैं। अब उनकी कोई नहीं सुनेगा। वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक आर.पी. शुक्ला कहते हैं, विपक्ष ने 2023 में बीजेपी को मुस्कुराने की वजह दी है। विपक्षी एकता की सारी बातें पहले ही धराशायी हो चुकी हैं और खंडित विपक्ष बीजेपी की सत्ता में वापसी सुनिश्चित करेगा। ये नेता अपने राजनीतिक लक्ष्यों के आगे अपना अहंकार रखते हैं। उत्तरप्रदेश में मुख्य विपक्षी दल के रूप में सभी को एक साथ लाने की जिम्मेदारी अखिलेश यादव की है, लेकिन उन्हें विश्वास है कि वे अकेले ही भाजपा को हरा सकते हैं। उन्होंने 2022 के विधानसभा चुनावों से सबक नहीं सीखा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

five × four =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।