उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा ने भयावह रुप अख्तियार कर लिया है। इलाके में माहौल को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है और इसी सिलसिले में अब केंद्रीय गृह मंत्रीलय ने आदेश जारी किया है कि 6 अक्टूबर तक लखीमपुर खीरी में आरएएफ और एसएसबी की दो-दो कंपनियों की तैनाती रहेगी।
6 अक्टूबर तक केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती-
लखीमपुर खीरी में एक पत्रकार समेत नौ लोगों की मौत के बाद दो रैपिड एक्शन फोर्स की कंपनियां होंगी और बाकी दो सशस्त्र सीमा बल यानी एसएसबी की। सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय पुलिस बलों की तैनाती की समयावधि फिलहाल 6 अक्टूबर तक है लेकिन जरूरत के हिसाब से इसे बढ़ाया या घटाया जा सकता है। सूत्र ने यह भी बताया कि इलाके में केंद्रीय पुलिस बलों के करीब 500 जवान 24 घंटे तैनात रहेंगे।
उत्तर प्रदेश पुलिस बल के अलावा स्थिति को नियंत्रित करने के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के आरएएफ के लगभग 300 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। अधिकारी ने यह भी कहा कि कानून-व्यवस्था की स्थिति को और बिगड़ने से रोकने के लिए तैनाती की गई है, क्योंकि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी सहित राजनीतिक दलों के कई नेता अपने समर्थकों के साथ लखीमपुर खीरी का दौरा करने की कोशिश कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने छत्तीसगढ़ और पंजाब के मुख्यमंत्रियों को क्षेत्र का दौरा करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है।
एहतियात के तौर पर जिले में इंटरनेट सेवाए निलंबित-
राज्य सरकार के अधिकारियों ने कहा कि घटना के बाद, राज्य सरकार ने एहतियात के तौर पर जिले में इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया और राज्य सरकार के उच्च अधिकारी इलाके में डेरा डाले हुए हैं और स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।
यूपी पुलिस ने केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे समेत 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
यूपी पुलिस ने केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे समेत 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
रविवार को लखीमपुर खीरी में कृषि कानूनों के विरोध में हिंसक रूप लेने पर कई लोग घायल हो गए और तीन वाहनों में आग लगा दी गई। लखीमपुर खीरी के तिकुनिया गांव में कुछ प्रदर्शनकारियों के वाहनों की चपेट में आने के बाद प्रदर्शनकारियों पर भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ झड़प का आरोप है। इनमें से एक वाहन केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पुत्र आशीष मिश्रा का था।