PM मोदी ने वाराणसी में बेड और ऑक्सीजन बढ़ाने पर दिया जोर, कहा- वैक्सीनेशन के प्रति जागरूकता जरूरी - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

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PM मोदी ने वाराणसी में बेड और ऑक्सीजन बढ़ाने पर दिया जोर, कहा- वैक्सीनेशन के प्रति जागरूकता जरूरी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कोरोना महामारी से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की और कोरोना से बचाव के एहतियाती उपायों तथा 45 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों के टीकाकरण की जरूरत पर बल दिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कोरोना महामारी से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की और कोरोना से बचाव के एहतियाती उपायों तथा 45 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों के टीकाकरण की जरूरत पर बल दिया।प्रधानमंत्री ने रविवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में हिस्सा लिया और कोरोना से बचाव तथा कोरोना संक्रमित मरीजों के समुचित उपचार के लिए टेस्टिंग, बेड, दवाइयां, वैक्सिन, तथा स्वास्थ्यकर्मियों की जरूरत आदि की जानकारी ली।
उन्होंने जनता को हर संभव सहायता त्वरित रूप से उपलब्ध कराने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये। चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री ने इस बात पर विशेष रूप से जोर दिया कि ‘‘दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी’’ का पालन सभी लोगों द्वारा किया जाये। प्रधानमंत्री ने वैक्सीनेशन अभियान के महत्त्व पर बल देते हुए कहा की प्रशासन 45 साल से ज्यादा की उम्र के सभी लोगों को इस हेतु जागरूक करें।
उन्होंने प्रशासन को भी पूरी संवेदनशीलता से वाराणसी के लोगों की संभव सहायता करने के लिए कहा। पीएम मोदी ने देश के सभी डॉक्टरों, सभी मेडिकल स्टाफ का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस संकट की घड़ी में भी वह अपने कर्त्तव्य का निष्ठापूर्ण पालन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें पिछले साल के अनुभवों से सीखते हुए सतर्क रहकर आगे बढ़ना है।
उन्होंने बताया कि वाराणसी के प्रतिनिधि के रूप में वह आम जनता से भी निरंतर फीडबैक ले रहे हैं। वाराणसी में पिछले 5-6 वर्षों में मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार और आधुनिकीकरण से कोरोना से लड़ने में सहायता मिली है। इसके साथ वाराणसी में बेड्स, आईसीयू और ऑक्सीजन की उपलब्धता को बढ़ाया जा रहा है। मरीजों की बढ़ी हुई संख्या से उत्पन्न दबाव को देखते हुए हर स्तर पर प्रयास बढ़ाने की जरुरत पर भी प्रधानमंत्री ने विशेष बल दिया।
उन्होंने कहा कि जिस तरह वाराणसी प्रशासन ने तेजी के साथ ‘काशी कोविड रिस्पोन्स सेन्टर’ स्थापित किया है, वैसी ही तेजी हर कार्य में लायी जानी चाहिए। प्रधानमंत्री ने ‘टेस्ट, ट्रेक और ट्रीट’ पर जोर देते हुए कहा कि पहली लहर की तरह ही वायरस से जीतने के लिए यही रणनीति अपनानी होगी। उन्होंने संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आने वाले लोगों और जांच रिपोर्ट को जल्द से जल्द उपलब्ध कराने पर भी बल दिया।
उन्होंने घरों में उपचार करा रहे मरीजों और उनके परिवार के प्रति भी सभी जिम्मेदारियों के संवेदनशील तरीके से निर्वहन का निर्देश दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी स्वयंसेवी संगठनों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने जिस प्रकार सरकार के साथ कदम मिलाकर कार्य किया है उसे और प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उन्होंने पुन: स्थिति को देखते हुए अधिकाधिक सतर्कता और सावधानी बरतने पर बल दिया। वाराणसी क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों और अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को कोविड से बचाव तथा ईलाज हेतु क्षेत्र में की गयी तैयारियों की सूचना दी।
इस सम्बन्ध में प्रधानमंत्री को कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कंट्रोल रूम, होम आइसोलेशन के लिए बनाये गए कमान एण्ड कन्ट्रोल सेंटर, डेडीकेटेड फोन लाईन एम्बुलेंस, कण्ट्रोल रूम से टेलीमेडिसीन की व्यवस्था, शहरी क्षेत्र में अतिरिक्त रैपिड रिस्पान्स टीम की तैनाती आदि विषयों पर जानकारी दी गयी। प्रधानमंत्री को सूचित किया गया कि कोविड से बचाव के लिए अभी तक 198383 व्यक्तियों को वैक्सीन की पहली तथा 35014 व्यक्तियों को दोनों डोज लग चुकी है।

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