उत्तर प्रदेश में भदोही जिले के शहर कोतवाली इलाके में क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने बंद पड़ वर्कशॉप में छापा मारकर नौ ऑक्सीजन सिलेंडर बरामद किये है। इस सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस उपाधीक्षक प्रयांक ने रविवार को पत्रकारों को बताया कि भदोही शहर के फत्तूपुर सालिमपुर में अनन्या नाम से बंद पड़ एक वर्कशॉप में ऑक्सीजन सिलेंडर की काला बाजारी की जा रही थी।
मुखबिर से सूचना मिलने पर भदोही क्राइम ब्रांच व शहर कोतवाली पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी की जहां नौ सिलेंडर बरामद हुआ है जिसमें छह सिलेंडर खाली तथा तीन सिलेंडर में ऑक्सीजन भरा हुआ था। सुरक्षा बलो को रिफलिंग का पैसा 10,920 रूपया बरामद हुआ है।
उन्होने बताया कि कालाबाजारी करने वाले सुग्रीव कुमार मोदनवाल व श्याम गुप्ता को गिरफ्तार किया गया है। इनके ऊपर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 269, 270, 420, 120 बी व धारा 3 महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है।
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के उपचार में सहायक चिकित्सकीय उपकरणों एवं दवाओं की कालाबाजारी को रोकने के लिए बइराइच जिले में पुलिस का विशेष दस्ता गठित किया गया है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार, बहराइच जिले की पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह ने कोविड-19 के उपचार से जुड़े सामान की कालाबाजारी रोकने के लिए ‘कोविड समर्पित काला बाजारी रोधी दस्ते’’ (कोविड डेडीकेटेड एंटी ब्लैक मार्केटिंग स्क्वायड) का गठन किया है।
अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अशोक कुमार ने रविवार को कहा, ‘‘कोविड-19 की दूसरी लहर का नाजायज फायदा उठाकर कुछ असामाजिक तत्व रेमडेसिविर एवं हेपरिन आदि इंजेक्शन, ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन सांद्रक, सैनिटाइजेशन से जुड़ी सामग्रियों एवं मास्क आदि की कालाबाजारी करने तथा एम्बुलेंस के लिए निर्धारित किराए से ज्यादा वसूलने की कोशिश कर रहे हैं।Ó
कुमार ने बताया कि पुलिस का दस्ता कोविड-19 के उपचार से संबंधित सामग्रियों की कालाबाजारी रोकेगा। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दस्ते में तकनीकी जानकारी रखने वाले अधिकारियों एवं पुलिस कर्मियों, महिला पुलिसकर्मियों, साइबर सेल के अधिकारियों एवं कर्मियों को शामिल किया गया है। इस काम में खुफिया विभाग की भी सहायता ली जाएगी।
उन्होंने बताया कि दस्ते के मोबाइल एवं व्हाट्सएप नंबर तथा ट्विटर हैंडल सार्वजनिक किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया तथा पोर्टल के माध्यम से लोगों से अपील की जा रही है कि वे कालाबाजारी का शिकार होने की बजाए ऐसा करने वालों के बारे में पुलिस को बताएं। इस प्रकार की सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा।